लंदन
ब्रिटेन में नए प्रधानमंत्री के चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग खत्म हो गई है। इसी काे साथ पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और विदेश मंत्री लिज ट्रस के बीच जारी चुनावी खींचतान का भी अंत हो गया है। कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों ने शुक्रवार को अंतिम चरण में अपने पसंदीदा उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाले। कजंर्वेटिव पार्टी के प्रचार मुख्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री पद की दौड़ के विजेता की घोषणा सोमवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे की जाएगी। 42 साल के ऋषि सुनक और 47 साल की लिज ट्रस ने कंजर्वेटिव पार्टी के लगभग 1,60,000 सदस्यों के मत पाने और उन्हें प्रभावित करने के लिए कई बार आमने-सामने की बहस की।
दोनों नेताओं ने चुनावों में जनता से किए कई वादे
भारतीय मूल के पूर्व मंत्री ने अपने अभियान में तत्काल प्राथमिकता के रूप में बढ़ती मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने की बात कही। वहीं, विदेश मंत्री ट्रस ने वादा किया कि यदि वह प्रधानमंत्री चुनी जाती हैं तो कार्यभार संभालने के पहले दिन से ही करों में कटौती करने का आदेश जारी करेंगी। सुनक अंतिम दो उम्मीदवार चुनने के लिए पार्टी के सांसदों द्वारा किए गए मतदान में जहां ट्रस से आगे थे, वहीं एक सर्वेक्षण में पार्टी के सदस्यों के मतदान में उनके पिछड़ने की बात कही गई है। हालांकि, सुनक के समर्थकों को उम्मीद है कि सर्वेक्षण सही साबित नहीं होगा क्योंकि 2019 के आम चुनाव में बोरिस जॉनसन भी सर्वेक्षणों के अनुमान के विपरीत देश के प्रधानमंत्री बने थे।
कौन हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक इन्फोसिस के चेयरमैन रह चुके नारायण मूर्ति के दामाद हैं। वह यॉर्कशायर के रिचमंड से सांसद हैं। 2015 में संसद में कदम रखन वाले ऋषि कन्जर्वेटिव पार्टी के उन नेताओं में से एक थे, जिन्होंने ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलने के बोरिस जॉनसन के फैसले का समर्थन किया था। उनका मानना था कि ब्रिटेन में छोटे बिजनस ब्रेग्जिट बाहर निकलने के बाद बेहतर परफॉर्म करेंगे। सुनक वित्त मंत्री बनने से पहले राजकोष के चीफ सेक्रटरी रह चुके हैं और वित्त मंत्री के सेकंड इन कमांड भी रह चुके हैं।