भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सोमवार को बड़ी खबर सामने आई. दोपहर बाद 3 बजे के आसपास यहां के सतपुड़ा भवन में आग लग गई और फिर देखते देखते ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. तीसरी मंजिल से शुरू हुई आग की लपटें फैलते हुए छठी मंजिल तक पहुंच गईं और देखते ही देखते पूरा भवन धूं धूं करके जलने लगा. बताया गया कि इमारत में तीसरी मंजिल पर पहले शॉर्ट सर्किट हुआ और इससे एसी ब्लास्ट हो गया. इसके बाद आग बढ़ती चली गई.
आग इतनी भयंकर है कि 8-9 घंटे बीतने के बाद भी इस पर काबू नहीं पाया जा सका है. दमकल कर्मी, फायर फाइटर्स तो आग बुझाने के लिए जुटे ही, लेकिन विकराल होती आग पर काबू पाने के लिए पहले सेना को बुलाना पड़ा और फिर देर शाम सीएम शिवराज सिंह चौहान के कहने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को भी इस मामले में सहायता करने के निर्देश दिए हैं.
सतपुड़ा भवन में लगी इस आग में कोई जनहानि तो नहीं हुई है, लेकिन सरकारी लिहाज से अग्निकांड से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. इस भवन में ही मध्य प्रदेश के कई सरकारी विभागों के दफ्तर हैं. विपक्ष इसे मामले को लेकर लगातार हमलावर है और सरकार पर साजिश का आरोप लगा रहा है. कांग्रेस ने अपने एक ट्वीट में ‘भ्रष्टाचार की फाइलें जलने’ की बात कही है.
… और मध्य प्रदेश में जलने लगी सरकारी फाइलें
चुनाव से पहले लगी यह आग बताती है कि BJP सरकार को अपने जाने की भनक लग गई है।
भ्रष्टाचार की फाइलें जलने लगी हैं। pic.twitter.com/aZrbmGFx54
— Congress (@INCIndia) June 12, 2023
कांग्रेस ने अग्निकांड को बताया साजिश
कांग्रेस ने इस अग्निकांड को लेकर ट्वीट किया है. कहा ‘… और मध्य प्रदेश में जलने लगी सरकारी फाइलें. चुनाव से पहले लगी यह आग बताती है कि BJP सरकार को अपने जाने की भनक लग गई है. भ्रष्टाचार की फाइलें जलने लगी हैं.’ दूसरी ओर सतपुड़ा भवन में आग लगने की घटना को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण सुभाष यादव ने साजिश करार दे दिया है.
अरुण यादव ने सतपुड़ा भवन में आग लगने पर कहा, ‘आज प्रियंका गांधी जी ने जबलपुर में “विजय शंखनाद रैली” में घोटालों को लेकर हमला बोला तो सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई जिसमें महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गई हैं. कहीं आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साज़िश तो नहीं ! यह आग मध्य प्रदेश में बदलाव के संकेत दे रही है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट कर इस पर निशाना साधा गया है.
MI 15 हेलिकॉप्टर और AN 32 विमान बुझाएंगे आग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर चर्चा कर सतपुड़ा भवन में आग की घटना की जानकारी दी है और जरूरी मदद मांगी है. इसके साथ ही, मुख्यमंत्री रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है. जिसके बाद रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स को सहायता के लिए निर्देशित किया है. उनके निर्देश पर आज रात AN 32 विमान और MI 15 हेलीकाप्टर भोपाल पहुचेंगे और बकेट से भवन के ऊपर से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास करेंगे.
भोपाल एयरपोर्ट रात भर खुला रहेगा
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी फोन पर चर्चा कर सतपुड़ा में दुर्भाग्यपूर्ण आगजनी की घटना की जानकारी दी. उन्होंने प्रदेश सरकार के प्रयासों और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों (आर्मी, एयरफोर्स,भेल, सीआईएएसएफ, एयरपोर्ट एवम अन्य) से मिली मदद से भी अवगत कराया. पीएम मोदी मे मुख्यमंत्री को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. भोपाल के पुलिस कमिश्नर और डीएम खुद मौके पर मौजूद हैं.
साल भर पहले ही हुआ था रेनोवेशन, तीन जरूरी विभाग में दस्तावेज जले
सतपुड़ा के जिन मंजिलो में आग लगी है वहां मूलतः तीन विभाग हैं. आदिम जाति कल्याण विभाग, परिवहन विभाग और स्वास्थ्य विभाग. सतपुड़ा भवन में कई विभागों के दफ्तर हैं, अनुमान है कि इनमें रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए. आग लगने के कारण ऑफिस फर्नीचर और महत्वपूर्ण फाइलें जलकर खाक हो गई हैं. अभी एक साल पहले ही इस ऑफिस को रिनोवेट कराया गया था.
सीएम ने कारण जानने के लिए बनाई कमेटी
सरकारी इमारत सतपुड़ा भवन में लगी आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कमेटी घोषित की है. इस कमेटी में एसीएस होम राजेश राजौरा, पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर रहेंगे. कमेटी के सदस्य जांच के प्रारंभिक कारणों का पता लगाकर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे.
दूसरी मंजिल आग से प्रभावित नहीं
आग के फैलाव से संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं की स्थापना शाखा, नर्सिंग शाखा, शिकायत शाखा, लेखा शाखा,आयोग शाखा एवं विधानसभा प्रश्न आदि को नुकसान पहुंचा है. अस्पताल प्रशासन शाखा जो कि सतपुड़ा भवन के दूसरे मंजिल पर स्थित है, वह इस अग्निकांड से अप्रभावित रहा है. दवाओं, अस्पताल के लिए उपकरण, फर्नीचर खरीदी संबंधी फाइल दूसरे तल पर होने से यह आग से प्रभावित नहीं हैं. आग से हुए वास्तविक नुकसान का आंकलन, आग बुझने के बाद किया जाना संभव हो सकेगा.