नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केंद्र की सत्ता में हैट्रिक लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। सिर्फ जमीन पर ही नहीं, डिजिटल स्पेस को भी उसने भगवामय कर दिया है। गूगल पर विज्ञापन चलाने में बीजेपी टॉप पर है। हमारी सहयोगी न्यूज वेबसाइट इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सभी राजनीतिक दलों और उनके सहयोगी संगठनों ने 1 जनवरी से अकेले गूगल पर 117 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वहीं, बीजेपी ने 1 जनवरी से 10 अप्रैल तक Google पर ऐड के मामले में 39 करोड़ रुपये या कुल रकम का एक तिहाई खर्च किया। इसके बाद विज्ञापन के लिए सरकार की नोडल एजेंसी केंद्रीय संचार ब्यूरो (CBC) का नंबर है। इसने इस दौरान 32.3 करोड़ रुपये की रकम खर्च की।
टेक प्रमुख के आंकड़ों से पता चलता है कि 1 जनवरी से 10 अप्रैल की अवधि के दौरान बीजेपी ने Google पर कुल 76,800 विज्ञापन चलाए। जिस विज्ञापन पर उसने सबसे अधिक रकम खर्च की वह केंद्र की जन धन योजना को बढ़ावा देने वाला विज्ञापन था। यह विज्ञापन 10 फरवरी से 29 मार्च तक 49 दिनों तक चला। पार्टी की ओर से दूसरा सबसे बड़ा खर्च केंद्र की मुद्रा लोन स्कीम को बढ़ावा देने वाले तमिल भाषा के वीडियो विज्ञापन पर था।
छवि चमकाने में भगवा पार्टी ने झोंकी ताकत
निश्चित रूप से बीजेपी चुनाव से पहले अपनी छवि चमकाने के लिए बड़ी रकम खर्च कर रही है। देश की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते वह Google विज्ञापन खर्च में अपेक्षित रूप से टॉप पर है। लेकिन, कई लोग ऐसा भी सोचते हैं कि 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए कहीं ‘इंडिया शाइनिंग’ वाला साबित न हो। साल 2004 में पार्टी ने ‘इंडिया शाइनिंग’ नाम से एक भरोसेमंद इलेक्शन कैंपेन चलाया था। इसमें अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की उपलब्धियों का प्रदर्शन किया गया था। लेकिन, पार्टी चुनाव हार गई थी।
क्या संकेत देता है Google ऐड पर बड़ा खर्च?
हालांकि, Google ऐड पर बड़ा खर्च यह भी संकेत देता है कि बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कारण है कि उसका विज्ञापन खर्च जमीनी स्तर पर मजबूत रणनीति से प्रेरित है। असल में बीजेपी के प्रचार अभियान से कई लोगों को यह लग रहा है कि बीजेपी भारी जीत हासिल करने जा रही है। अपनी हैट्रिक सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी के प्रयासों से संकेत मिलता है कि पार्टी अपने कैडर और मतदाताओं को दिखाना चाहती है कि वे आत्मसंतुष्ट नहीं हों। चुनाव में वे पूरी ताकत झोंक दें। इसीलिए उसने अपने कैडर के लिए ‘अबकी बार 400 पार’ का ऊंचा लक्ष्य रखा है।