पटना,
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया से आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती को लेकर अजीब बयान दिया है। उन्होने कहा कि अच्छा हुआ कि वो पार्टी छोड़कर चली गईं. उन्हें कुछ बोलना नहीं आता था. हमने उन्हें बहुत कुछ सिखाया, लेकिन फिर भी वो पार्टी छोड़कर चली गईं. अच्छा हुआ कि वो भाग गईं.
इस दौरान सीएम नीतीश ने बताया कि बीमा भारती ने उनसे मंत्री बनाने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था. सीएम ने कहा, “उसको कुछ बोलना नहीं आता था. हम उसको अपनी पार्टी में इज्जत दिए, लेकिन वो तो भाग गई. भाग गई तो अच्छा हुआ. उसको हम सिखाए, वो तो कुछ बोल नहीं पाती थी. अब केंडिडेट हो गई है. कहती थी मंत्री बनाइए. हमने मना कर दिया था मंत्री बनाने से.”
बता दें कि जेडीयू से विधायक बीमा भारती ने हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल ज्वाइन की है. उन्हें लालू यादव ने पूर्णिया से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है, दरअसल इसी सीट से पप्पू यादव भी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं.
पप्पू यादव ने अपनी पार्टी JAP का कांग्रेस में विलय कर लिया था. उन्हें उम्मीद भी कांग्रेस उन्हें पूर्णिया से अपना उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन सीट शेयरिंग में पूर्णिया आरजेडी के खाते में चली गई और कांग्रेस पप्पू यादव को अपने सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ा पाई. जिसके बाद पप्पू यादव ने कई बार सार्वजनिक तौर पर लालू यादव से अपील भी कि उन्हें पूर्णिया में सपोर्ट करें. हालांकि जब लालू ने बीमा भारती को कैंडिडेट घोषित कर दिया तो पप्पू यादव ने कहा कि उनकी राजनीतिक हत्या की साजिश की जा रही है.
इसके बाद पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. हाल ही में तेजस्वी यादव ने पूर्णिया में ऐसा बयान दिया, जिसके बाद पप्पू यादव और लालू फैमिली के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं. दरअसल बीमा भारती के लिए वोट मांगते-मांगते तेजस्वी ने कह दिया कि या तो बीमा भारती को चुनें या फिर एनडीए प्रत्याशी को चुनें क्योंकि ये लड़ाई दो विचारधारों में है. जिसके बाद पप्पू यादव ने कहा कि तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा कि राजनीति में इतनी नफरत ठीक नहीं है.