नई दिल्ली,
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को ढ़ाई साल से भी ज्यादा हो गए हैं, लेकिन इसके थमने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं. सोमवार को हुए जोरदार रूसी हमले ने तनाव को फिर से बढ़ा दिया है. यह मामला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तक पहुंच गया है. मंगलवार को इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र ने बैठक बुलाई है, जिसमें इस पर मंथन किया जाएगा.
अमेरिका ने भी सोमवार को रूसी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ”मैं ये साफ करना चाहता हूं कि इस तरह की जगहों पर हमले किसी सैन्य उद्देश्य की पूर्ति नहीं करते हैं. यहां एक स्कूल पर हमला किया गया है, जो कि एक नागरिक बुनियादी ढांचा है. ऐसी जगहों पर हमले नहीं होने चाहिए.”
इस हमले ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी हिला कर रख दिया है. लिहाजा बदला लेने के लिए जेलेंस्की ने देश के सैन्य अधिकारियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. रूस ने यूक्रेन के 10 में से 7 शहरों को निशाना बनाया, जिसमें मरने वालों का आंकड़ा 36 तक पहुंच गया है, जबकि 175 लोग घायल हैं. मरने वालों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
सबसे दर्दनाक तस्वीर कीव शहर के अस्पताल की आई है, जो अब मलबे में तब्दील हो गया है. यहां रात भर रेस्क्यू टीम मलबे से लोगों को निकालने की कोशिश में लगी रही. राहत बचाव का काम अब भी युद्ध स्तर पर जारी है. बताया जा रहा है कि रूस की तरह से मिसाइल हमला इतना बड़ा था कि 100 से ज़्यादा इमारतों को भी नुकसान हुआ है.
तीन दिन पहले भी रूस ने शुक्रवार और शनिवार को 24 घंटे के भीतर 55 बार एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई थी और 43 लोग घायल हुए थे. फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है. स्थिति काफी चिंताजनक होती जा रही है. रूस ने इस बार किंजल हाइपरसोनिक मिसाइलों का उपयोग कर यूक्रेनी शहरों को निशाना बनाया है.
ये मिसाइल हमला यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. इससे पहले मई में भी रूस ने यूक्रेन पर बड़ा हमला किया था. इस हमले में ओडेसा स्थित ‘हैरी पॉटर कैसल’ के नाम से मशहूर यूक्रेनी इमारत तबाह हो गई थी. इस हैरी पॉटर कैसल में एक प्राइवेट लॉ इंस्टीट्यूट चल रहा था. मिसाइल हमले के बाद के इमारत में भीषण आग नजर आई थी.