मुंबई
‘ट्रेन में यात्रा करते समय फुटबोर्ड पर खड़े न रहें’ या ‘चलती खिड़की से अपना हाथ बाहर न निकालें’, ये निर्देश अक्सर दिए जाते हैं। क्योंकि ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में एक ही झटके से आप नीचे गिर सकते हैं। इसके बावजूद सब जानते हुए भी हर दिन सैकड़ों मुंबईवासी लोकल ट्रेन के दरवाजे पर लटककर यात्रा करते हैं। बेशक इसके पीछे कुछ लोगों की मजबूरी होती है, तो कुछ हवा खाने के लिए दरवाजे पर लटके रहते हैं। लेकिन ये कितना खतरनाक हो सकता है, इसका ताजा उदाहरण सामने आया है। मुंबई लोकल का हाल ही में एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है, जिसमें हुए हादसे को देखकर आपके होश उड़ जाएंगे। दरअसल मुंबई लोकल में कुछ युवक दरवाजे पर लटक कर यात्रा कर रहे थे। इसी बीच एक युवक का हाथ बिजली के खंभे से छू गया और अब आप देखिए आगे क्या हुआ?
To run family we need Job, To save Job , have to attend office in time, To attend office we have to catch Train, To catch daily late , Overcrowded trains we have to risk our life . Family is more important than LIFE and for @RailMinIndia Mails and Express are important Than Lives pic.twitter.com/tvlloMwoI9
— मुंबई Mumbai Rail Pravasi Sangha (@MumRail) July 25, 2024
लड़का नीचे कैसे गिरा?
दरअसल यह घटना मुंबई में सेंट्रल रेलवे लाइन पर हुई। जब हम सेंट्रल रेलवे कहते हैं तो सबसे पहली चीज जो हमारी आंखों के सामने आती है वह है ‘लेट’। क्योंकि सेंट्रल रेलवे हमेशा कम से कम 15 मिनट की देरी से चलती नजर आती है। बेशक इसके पीछे कुछ भौगोलिक कारण भी हैं। लेकिन इससे यात्री काफी असमंजस में हैं। नतीजा यह होता है कि ट्रेन आते ही लोग पूरी ताकत लगाकर कोच में घुस जाते हैं और बाकी लोग सीधे कोच पर लटककर सफर करते हैं। इस वीडियो में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। लोग अपने पैर की उंगलियों पर खड़े होकर यात्रा करते हैं। इसी बीच एक लड़के का संतुलन बिगड़ गया और वह चलती ट्रेन से सीधे नीचे गिर गया।
यह किसकी गलती है?
इस घटना को विपरीत ट्रैक से एसी ट्रेन से यात्रा कर रहे एक यात्री ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। और अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को अब तक 7 लाख से ज्यादा नेटिजन्स देख चुके हैं और कई लोगों ने इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी दी हैं।
क्या कहते हैं लोग?
कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले में रेलवे प्रशासन की गलती है। तो कोई कहता है, उन्हें डिब्बे के दरवाजे पर लटकने की क्या जरूरत थी? अगर हम कुछ देर इंतजार कर लेते तो हमें अगली ट्रेन में चढ़ने का मौका मिल जाता। कुछ लोग तो इससे भी आगे बढ़कर मुंबई की बढ़ती जनसंख्या को दोष देते हैं। वैसे भी आपको क्या लगता है कि इस मामले में वास्तव में गलती किसकी है?