मुंबई,
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान संपन्न हो गया. वोटों की गिनती शनिवार को होगी, लेकिन इससे पहले ही महाविकास अघाड़ी के नेताओं में मुख्यमंत्री पद को लेकर आपसी बयानबाजी तेज हो गई है.प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि नई सरकार में सीएम कांग्रेस का होगा, तो वहीं गठबंधन के सहयोगी और शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने पटोले के बयान पर कहा कि हम नहीं मानेंगे.
पटोले का बयान और राउत का जवाब
नाना पटोले ने कहा, ‘महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व में ही अघाडी की सरकार बनेगी.राज्य में कांग्रेस के सबसे ज्यादा विधायक चुने जाएंगे. अघाडी की सरकार बनेगी.’ उनके इस बयान को संजय राउत ने खारिज करते हुए कहा, ‘हम नहीं मानेंगे .. कोई नहीं मानेगा .. हम लोग बैठकर तय करेंगे .. अघाडी सरकार बाद में बैठकर तय करेगी.. अगर नाना पटोले को राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, खरगे ने कहा हो कि आप सीएम बनेंगे तो उनको ऐलान करना चाहिए ..
यह पहली बार नहीं है जब पटोले और संजय राउत के बीच इस तरह की बयानबाजी हुई है. हरियाणा में कांग्रेस की हार पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, जिसके बाद महाविकास अघाडी की बैठक से पहले कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने राउत पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा कि संजय राउत ने किस आधार पर लिखा और कहा मुझे नहीं पता, लेकिन आप सार्वजनिक रूप से गठबंधन पर इस तरह से आरोप नहीं लगा सकते. संजय राउत के बयान से हमें आपत्ति है.
65 फीसदी वोटिंग
आपको बता दें कि बुधवार को संपन्न हुए महाराष्ट्र चुनाव में इस बार 65% मतदान हुआ. सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन सत्ता बरकरार रखने का दावा कर रहा है तो वहीं विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखने की उम्मीद कर रहा है.
चुनाव अधिकारियों ने कहा कि ये आंकड़े अनंतिम हैं. राज्य में 2019 के विधानसभा चुनावों में 61.74 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में 69.63 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि वित्तीय राजधानी मुंबई में अनुमानित 54 प्रतिशत मतदान हुआ. 2019 के चुनावों में, मुंबई का मतदान आंकड़ा 50.67 प्रतिशत था.
महाराष्ट्र में महायुति और MVA के बीच जंग
महाराष्ट्र में महायुति (भाजपा, शिंदे गुट, अजित गुट ) और महाविकास अघाड़ी (उद्धव गुट, शरद गुट और कांग्रेस) के बीच कड़ी टक्कर है. महायुति गठबंधन में भाजपा 149 सीटों पर, शिवसेना 81 सीटों पर और अजित पवार की एनसीपी 59 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, एमवीए में कांग्रेस ने 101, शिवसेना (यूबीटी) ने 95 और शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने 86 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. महाराष्ट्र के रण में 4,136 उम्मीदवार मैदान में थे.