झांसी
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU में 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत के बाद झांसी दौरे पर पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की अगवानी में चूना डालने के मामले में दो आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। दरअसल चूना डालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने इसकी काफी आलोचना की थी कि ऐसे दुखद माहौल में इस तरह अगवानी की तैयारी की जा रही है। वीडियो वायरल होने के बाद खुद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने नाराजगी जताई थी और कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
गुरुवार सुबह महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ नरेंद्र सिंह सेंगर ने बयान जारी कर कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 और 16 नवम्बर की रात उप मुख्यमंत्री घटनास्थल का निरीक्षण करने झांसी आये थे। उनके आगमन पर चूना डालने के मामले में दो कर्मचारी दोषी पाए गए थे। ये दोनों कर्मचारी बिना निर्देश के चूने की लाइन डाल रहे थे। इनमें से एक का नाम राजा और एक का नाम सचिन है। ये हाउसकीपिंग ग्लोबल कम्पनी के कर्मचारी हैं। इनको तत्काल प्रभाव से सेवाओं से हटा दिया गया है।
झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में 15 नवम्बर की रात हुई घटना में 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई थी। घटना के दौरान रेस्क्यू किये गए 39 बच्चों में से 5 बच्चों की अभी तक इलाज के दौरान मौत हो गई है। अग्निकांड के बाद अभी तक 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन 10 बच्चों की मौत आग लगने से और बाद में 5 बच्चों की मौत बीमारी से बता रहा है। घटना की जांच के लिए 3 अलग-अलग जांच कमेटियां गठित की गई हैं। अग्निकांड की घटना के लिए अभी किसी की जिम्मेदारी निर्धारित नहीं की गई है।