सिवनी
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों का हाल इतना बदतर है कि नौनिहाल कहीं पेड़ के नीचे पढ़ रहे हैं तो कहीं एक ही कमरे में पूरे स्कूल की क्लास चल रही है। एमपी के कई ऐसे गांव हैं जहां स्कूलों के भवन इतने जर्जर हैं कि बच्चों को उसमें बैठाकर पढ़ाना खतरे से खाली नहीं है। ऐसा ही एक सिवनी में भी है।
दरअसल, जिले का लखनादौन विधानसभा मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र कहलाता है। यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। आंकड़े बताते हैं कि इस क्षेत्र में मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था पर ज्यादा जोर देती है। इसके बावजूद इस विधानसभा में स्कूलों की हालत खराब है। आज भी नौनिहाल स्कूलों के सामने नीलगिरी के पेड़ के नीचे दरी बिछाकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं।
अतिरिक्त क्लास भी अधूरा
जनपद पंचायत घंसौर की ग्राम पंचायत अंडिया के प्राथमिक शाला स्कूल का पूरा भवन जर्जर हो चुका है। 5 साल पहले यहां पढ़ाई के लिए ग्राम पंचायत ने अतिरिक्त क्लास भी बनाया था, वह भी अधूरा है। इस वजह से स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 35 नौनिहाल नीलगिरी के पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं।
5 वर्ष पहले पास हो चुका है फंड
हालांकि इस जर्जर भवन को लेकर स्कूल में पदस्थ शिक्षकों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी है। ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी अधूरे पड़े कक्ष के निर्माण को पूरा कर जांच करने की बात कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि जो कक्ष अलग से बन रहा है कि उसके लिए 5 वर्ष पहले ही लाखों रुपए की राशि शासन से स्वीकृत कराई जा चुकी है। गांव के लोग आरोप लगा रहे हैं कि जो पैसा स्कूल के कमरे के लिए स्वीकृत हुआ था उसे अधिकारी डकार गए। सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।