48 घंटे में 4 मंदिरों पर हमला… वहां बर्बर जिहादियों का कब्जा, अपने ही वतन के खिलाफ तसलीमा नसरीन का ऐसे फूटा गुस्सा

नई दिल्ली

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले लगातार बढ़ रह हैं। शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसके अलावा मंदिरों में मूर्तियों की तोड़फोड़ भी हुई है। भारत सरकार की इस रिपोर्ट के अनुसार इस साल आठ दिसंबर तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के कुल 2,200 मामले सामने आए हैं।

बांग्लादेश में फिर मंदिरों पर हमला
हाल ही में बांग्लादेश के मैमनसिंह और दिनाजपुर में बदमाशों ने दो दिन के भीतर 4 हिंदू मंदिरों में आठ मूर्तियों को खंडित कर दिया है। इस मामले को लेकर बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपने ही वतन के खिलाफ नाराजगी जताई है। नसरीन ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट किया। तस्लीमा ने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा लेकर अपने ही वतन की निंदा की। तसलीमा भारत में निर्वासन का जीवन बीता रही हैं।

तसलीमा ने क्या कहा?
तसलीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में लिखा, पिछले 48 घंटों में मैमनसिंह, दिनाजपुर और नाटोरे जिलों में कम से कम चार मंदिरों पर हमला हुआ है। आठ मूर्तियों को तोड़ दिया गया। नाटोरे में एक श्मशान घाट पर डकैती हुई और पुजारी तरुण चंद्र दास की भी हत्या कर दी गई। यह देश कभी हिंदुओं का था, लेकिन अब इस पर बर्बर जिहादियों का कब्जा हो गया है।

सरकार ने लोकसभा में रखे आंकड़े
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश में इस साल आठ दिसंबर तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के कुल 2,200 मामले सामने आए हैं। भारत को उम्मीद है कि ढाका उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने अल्पसंख्यक और मानवाधिकार संगठनों के आंकड़ों का हवाला देते हुए लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। सिंह ने बताया कि पाकिस्तान में इस साल अक्टूबर तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामलों की संख्या 112 थी।

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