नहाएंगे, खाना खाएंगे, फिर तसल्ली से जवाब देंगे- भाजपा के कारण बताओ नोटिस पर बोले अनिल विज

नई दिल्ली,

हरियाणा के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नायब सैनी को लेकर दिए गए बयानों के बाद मंत्री अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. इस पर अब ऊर्जा और परिवहन मंत्री अनिल विज की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि वो पिछले तीन दिनों से अपने पर्सनल कार्यक्रम पर बेंगलुरु में थे और जो नोटिस उन्हें भेजा गया है, उसका जवाब देंगे.

अनिल विज ने कहा कि उन्हें नोटिस मीडिया के माध्यम से मिला है लेकिन वो मीडिया के माध्यम से अपना जवाब नहीं देंगे. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अभी वो वापस आए हैं. अपने घर जाएंगे, ठंडे पानी से नहाएंगे, आराम करेंगे, खाना खाएंगे और उसके बाद तसल्ली से अपना जवाब लिखकर हाईकमान को भेजेंगे.

दरअसल, जब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया तो उस दौरान वो अपने पर्सनल कार्यक्रम पर बेंगलुरु में थे और मंगलवार शाम को ही वो बेंगलुरु से वापस चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे. यहां पर मीडिया उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब दिया.

तीन दिन के भीतर मांगा जवाब
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बडौली की तरफ से अनिल विज को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. नोटिस में लिखा गया है कि आपने सार्वजनिक तौर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी की है. ये गंभीर आरोप हैं और पार्टी की नीति और आंतरिक अनुशासन के खिलाफ हैं.

बडौली ने कहा कि विज को नोटिस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार जारी किया गया है. यह बयानबाजी उस वक्त की गई जब पड़ोसी राज्य में पार्टी चुनावी अभियान चला रही थी, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है. पार्टी ने इस तरह की बयानबाजी को अस्वीकार्य बताया है और तीन दिनों के भीतर अनिल विज से जवाब मांगा है.

क्या है पूरा मामला?
अनिल विज ने पिछले सोमवार को एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिसमें उन्होंने दावा किया गया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के एक ‘दोस्त’ के साथ देखे गए ‘कार्यकर्ताओं’ को एक निर्दलीय उम्मीदवार के साथ भी देखा गया, जिसे उन्होंने पिछले साल विधानसभा चुनावों में हराया था. कुछ दिन पहले, ऊर्जा और परिवहन मंत्री विज ने दावा किया था कि पिछले अक्टूबर में उन्हें अंबाला कैंट सीट से चुनाव हराने के लिए साजिश रची गई थी. विज ने अंबाला कैंट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को हराकर जीत हासिल की थी और सातवीं बार विधायक बने थे.

अनिल विज ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं, उनकी फेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेक चित्र मौजूद हैं. आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं वही कार्यकर्ता चित्रा सरवारा भाजपा की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं. ये रिश्ता क्या कहलाता है? तायल आज भी नायब सैनी के परम मित्र बने हुए हैं तो फिर प्रश्न उठता है भाजपा उम्मीदवार की मुखालवत किसने करवाई?’ इस ट्वीट में इस्तेमाल किए गए वीडियो पर लिखा था ‘गद्दार, गद्दार, गद्दार’.

क्यों नाराज हैं अनिल विज?
अनिल विज ने 31 जनवरी को दावा किया कि सार्वजनिक रूप से मामला उठाने के बावजूद उनके विरोधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा, ‘…चूंकि मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं और मैं कह रहा हूं कि मुझे हराने की कोशिश की गई, इसलिए तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए थी… लेकिन 100 दिन बाद भी कुछ नहीं किया गया.’ इतना कहने के बाद विज ने सैनी पर तंज भी कसा था.

विज ने दावा किया, ‘यह एक बहुत ही गंभीर मामला है. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे मुख्यमंत्री ‘उड़न खटोला’ (हेलिकॉप्टर) से नहीं उतरते हैं. जिस दिन से उन्होंने पदभार संभाला है, वह ‘उड़न खटोला’ पर सवार हैं. अगर वह नीचे उतरेंगे तो लोगों की पीड़ा देख पाएंगे. यह सिर्फ मेरी आवाज नहीं है, बल्कि सभी विधायकों और मंत्रियों की आवाज है.’

 

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