दिल्ली विधानसभा में मिली करारी शिकस्त के बाद अब हार के कारणों के लिए आम आदमी पार्टी में बैठकों के दौर चल रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहले दिल्ली के जीते हुए विधायकों और हारे हुए प्रत्याशियों से हार जीत के कारणों का ब्यौरा लिया.
उसके बाद पंजाब के विधायकों, जिन्होंने दिल्ली चुनावों में काम किया था उनके साथ भी बैठक कर सुझाव लिए गए . सूत्रों की मानें तो पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से हुई एक मुलाकात में कई बड़े नेताओं ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने अपने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन पार्टी के मुखिया ने अभी सभी को अपने पदों पर बने रहने के लिए कहा है.
AAP कर रही हार की समीक्षा
हालांकि इन फीडबैक बैठकों के बाद अब आम आदमी पार्टी जल्द ही संगठन में परिवर्तन करने के मूड ने नजर आ रही है. इसके लिए पार्टी कई अलग अलग विकल्प तलाश रही है, जिसमें दिल्ली के संयोजक से लेकर पूरी टीम की जगह नई टीम लाने पर विचार कर रही है. पार्टी के नेता हार की समीक्षा की बात तो कर रहे हैं, लेकिन अभी इसपर क्या कदम उठाए जाएंगे इसपर कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
AAP की मुख्य प्रवक्ता ने संगठन में बदलाव को लेकर कहा कि हम लोग बिल्कुल इस बात की समीक्षा कर रहे हैं कि हमारी 22 सीटें क्यों रह गई. इस पर लगातार बैठकें चल रही है. कल अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मंत्री और विधायकों के साथ बैठक की. दिल्ली में जीतने वाले उम्मीदवारों और हारने वाले उम्मीदवारों के साथ भी लगातार केजरीवाल बैठक कर रहे हैं और हम लगातार फीडबैक ले रहे हैं. जो भी जरूरी फैसले होंगे, वह जल्द लिए जाएंगे.
प्रियंका ने कहा, ”हमने बहुत बेहतरीन चुनाव लड़ा. सारी एजेंसियों के खिलाफ, पुलिस के खिलाफ और BJP के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इन सारी विपरीत परिस्थितियों के बाद भी हमने बेहतरीन चुनाव लड़ा. अरविंद केजरीवाल सबका फीडबैक लेते हैं. सब से पूछ कर ही फैसला लेते हैं और जल्द ही ऐसा करेंगे.”
AAP पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली में हार के बाद आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी 3 बड़े ऐजेंडों पर काम करेगी-
1) दिल्ली का चुनाव में हारे बड़े चेहरों को संगठन की जिम्मेदारी
2) आने वाले पंजाब चुनाव पर फोकस करना
3) दिल्ली में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाना
दरअसल अरविंद केजरीवाल की कोर टीम के सदस्य मनीष सिसोदिया ,सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज और दिलीप पांडेय जैसे पार्टी के 4 बड़े चेहरे हैं और जातिगत समीकरण में भी चारों चेहरे अलग अलग तरह से फिट भी बैठते हैं. क्योंकि जातिगत लिहाज से मनीष ठाकुर समाज से, सत्येंद्र जैन, अरविंद केजरीवाल की तरह ही बनिया समाज से तो सौरभ भारद्वाज ब्राह्मण समाज के बड़े चेहरे हैं.
दिल्ली को मिलेगा नया अध्यक्ष
वहीं दिलीप पांडेय पूर्वांचल से आते हैं और पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि इन चेहरों को दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. दिल्ली में अध्यक्ष के तौर पर भी नया चेहरा जल्द ही सामने आ सकता है. फिलहाल गोपाल राय दिल्ली में पार्टी के अध्यक्ष हैं और बाबरपुर सीट से दुबारा चुनाव भी जीत चुके है. ऐसे में उन्हें मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने का दायित्व दिया जाएगा और उनकी जगह प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नया चेहरा सामने लाया जा सकता है.
यह पहली बार है जब आम आदमी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले दिल्ली किले में बड़ी सेंध लगी है. अब ऐसे में आम आदमी पार्टी का पहला लक्ष्य पार्टी को जिंदा रखना और पंजाब चुनाव में एक बार फिर सरकार बनाने का होगा.