मुंबई
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर समाज में जहर घोलने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने अपने समर्थकों से बीजेपी के पसंदीदा ‘जय श्री राम’ नारे का जवाब ‘जय शिवाजी’ और ‘जय भवानी’ से देने को कहा। वह मुलुंड में एक कार्यक्रम के दौरा शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अगर कोई ‘जय श्री राम’ कहता है, तो ‘जय शिवाजी’ और ‘जय भवानी’ के जवाब के बिना उसे जाने न दें।’
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘भाजपा ने हमारे समाज में जहर घोल दिया है। उन्होंने हमारे समाज के साथ जो किया है, उसके लिए मैं भाजपा को माफ नहीं करूंगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि उनकी वजह से बीजेपी को मुसलमानों ने वोट दिया।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ क्रिकेट को लेकर बरसे
उद्धव ठाकरे ने अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों पर भाजपा के रुख का हवाला देते हुए देश के प्रति उसकी प्रतिबद्धता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जहां भाजपा नेता एक समय पाकिस्तान के साथ खेल आयोजनों का विरोध करते थे, वहीं भारत अब पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों के साथ क्रिकेट मैच खेल रहा है।
देवेंद्र फडणवीस को दिया जवाब
शिवसेना प्रमुख ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाल ही में विधानसभा में दिए गए उस कटाक्ष का भी जवाब दिया। देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि ‘मैं उद्धव ठाकरे नहीं हूं जो चल रही परियोजनाओं पर रोक लगा दूं।’ उन्होंने जवाब में कहा कि फडणवीस, आप कभी उद्धव ठाकरे बन भी नही सकते।
शिव भोजन के लिए मांगी राशि
पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि अगर फडणवीस उनका अनुकरण करना चाहते हैं तो उन्हें किसानों के लिए ऋण माफी की घोषणा करनी चाहिए और 10 मार्च को पेश होने वाले बजट में ‘शिव भोजन’ और ‘लाडकी बहिन’ योजनाओं जैसी पहलों के लिए संशोधित धनराशि आवंटित करनी चाहिए।
देवेंद्र फडणवीस की तुलना हिटलर से की
उद्धव ने वर्तमान भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की तुलना एडॉल्फ हिटलर के शासन से की। उन्होंने कहा कि अपना पक्ष प्रस्तुत करना, दूसरों के खिलाफ आरोप लगाना, विपक्ष के आरोपों का जवाब देना और सरासर अफवाहें फैलाना ये चार स्तर हैं जिन पर हिटलर काम करता था। मैं वर्तमान व्यवस्था के साथ समानता देखता हूं।’
ठाकरे ने कहा कि मुसलमानों ने भाजपा को वोट दिया क्योंकि ‘हमने कोविड के प्रकोप के दौरान अच्छा काम किया’ और सवाल किया कि पार्टी को शिवसेना (यूबीटी) का समर्थन करने वाले मुसलमानों के साथ समस्या क्यों थी उन्होंने महाराष्ट्र के एकीकरण के लिए लड़ने वाले एक मुस्लिम गाथाकार अमर शेख का हवाला दिया।