वॉशिंगटन ,
अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने खुलासा किया है कि सैक्रामेंटो में गिरफ्तार किए गए हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से कनेक्शन हैं. एफबीआई और यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) ने हैप्पी पासिया को अमेरिका में अवैध रूप से घुसने और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था.
FBI के सैक्रामेंटो ऑफिस ने कहा कि हैप्पी पासिया बर्नर फोन और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए अपनी पहचान छिपाकर आतंकवादी नेटवर्क का संचालन कर रहा था. नई दिल्ली में एफबीआई ऑफिस के एजेंटों ने अमेरिकी अधिकारियों को सूचित किया था कि हैप्पी पासिया पंजाब में कई आतंकी हमलों के लिए वॉन्टेड था. वहीं, पंजाब पुलिस महानिदेशक ने हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी को ISI समर्थित आतंकी नेटवर्क पर निरंतर कार्रवाई में मील का पत्थर बताया.
पंजाब में आतंकी हमलों का जिम्मेदार
खुफिया सूत्रों के अनुसार हैप्पी पासिया पिछले 2 वर्षों में पंजाब में कम से कम 16 बड़े आतंकी हमलों की घटनाओं से जुड़ा हुआ है. इनमें 14 ग्रेनेड हमले, एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट और एक रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमला शामिल है. सबसे हाई-प्रोफाइल घटनाओं में से एक में जनवरी 2025 में अमृतसर में गुमटाला पुलिस चौकी के पास एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की गाड़ी में ब्लास्ट की घटना थी. विस्फोट में इस्तेमाल किया गया उपकरण कथित तौर पर एक IED था, जो उसके नेटवर्क से जुड़ा एक सिग्नेचर मेथड था. माना जाता है कि हैप्पी ने सितंबर 2024 में चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक ग्रेनेड हमले में भी भूमिका निभाई थी, जिसका उद्देश्य पंजाब के एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी को निशाना बनाना था. इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
रिंदा और अंतरराष्ट्रीय गुर्गों से कनेक्शन
हैप्पी पासिया का आपराधिक इतिहास जग्गू भगवानपुरिया गिरोह से शुरू हुआ, लेकिन बाद में वह पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के साथ जुड़ गया, जो बीकेआई का प्रमुख व्यक्ति है. हैप्पी और रिंदा ने साथ मिलकर एक मॉड्यूल तैयार किया, जिसने पूरे पंजाब में शराब ठेकेदारों, व्यापारियों और हिंदू नेताओं को निशाना बनाया. दोनों ने जबरन वसूली के लिए कॉल किए, शराब की दुकानों पर आगजनी की और डर पैदा करने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए फंड कलेक्ट करने के लिए लोगों को टारगेट कर उन पर हमले किए. पंजाब पुलिस के डोजियर में हैप्पी पासिया के नेटवर्क में अन्य अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के नाम भी हैं, इनमें गुरदेव सिंह जैसल पहलवान, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नवांशहरिया (अमेरिका में स्थित) और जर्मनी में रहने वाला स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजिया शामिल है.
ऐसे बरगलाते थे युवाओं को
जांच में रिंदा-पासिया नेटवर्क द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भर्ती रणनीति का भी पता चला. पंजाब पुलिस के अनुसार गिरोह ने नशीले पदार्थों के आदी नाबालिगों को नकदी और नशीले पदार्थों के बदले में हमले करने के लिए बरगलाया. दिसंबर 2024 में पुलिस ने एक 17 वर्षीय लड़के को अरेस्ट किया, जिसने अजनाला पुलिस स्टेशन के पास एक IED लगाने की बात कबूल की. उसने जांच में पूछताछ के दौरान बताया कि उसे इस काम के लिए ड्रग्स और 30000 रुपये देने का वादा किया गया था.