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Tuesday, July 1, 2025
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‘BJP का बस चले तो तिरंगा खत्म कर दें’ सेना के सम्मान में रखी गई कांग्रेस सभा में बोले गहलोत, पायलट भी बरसे

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बाड़मेर:

राजस्थान के बाड़मेर में सोमवार को कांग्रेस ने सेना के सम्मान में ‘जयहिंद सभा’ का आयोजन किया। इस सभा में अशोक गहलोत, सचिन पायलट और रणदीप सुरजेवाला जैसे बड़े नेता शामिल हुए। यहां गहलोत ने BJP और RSS पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि RSS ने 80 साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया। उन्होंने कहा कि ‘इन लोगों को तिरंगे से प्यार नहीं है। गहलोत ने कहा,’तिरंगा आपने कब अपनाया, आप तो तिरंगे के खिलाफ थे। नागपुर में RSS का हेड क्वार्टर है, वहां 80 साल से तिरंगा नहीं लगा’। इस दौरान गहलोत ने BJP नेताओं पर तिरंगे का अपमान करने का आरोप भी लगाया। गहलोत ने इस दौरान बीजेपी विधायक बाल मुकुंद आचार्य का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला। गहलोत ने आरोप लगाते हुए कहा कि जयपुर में हमारे BJP के एक विधायक तिरंगे से मुंह पोंछ रहे थे और कई ऐसे थे, जो रैली में तिरंगे को पैरों से कुचल रहे थे। गहलोत ने यह भी कहा कि अगर BJP का बस चले तो वे तिरंगे को हटाकर RSS के झंडे को राष्ट्रीय ध्वज बना देंगे।

सीजफायर के बारे में देश को पता होना चाहिए था: गहलोत
गहलोत ने पाकिस्तान के साथ हुए सीजफायर (युद्ध विराम) पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि अचानक युद्ध विराम क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि अगर इस बारे में कोई बात चल रही थी तो देश को पता होना चाहिए था। गहलोत ने अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा युद्ध विराम की घोषणा करने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस मामले में पंचायती करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर भरोसा नहीं है।

पीएम की चुप्पी बताती है कि दाल में कुछ काला है : सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी सरकार से युद्ध विराम को लेकर सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि जब सेना जीत रही थी तो युद्ध विराम की क्या जरूरत थी। सुरजेवाला ने कहा, ‘जब सेना जीत रही थी, सेना का हाथ ऊपर और पाकिस्तान के घुटने टूट चुके थे, तब सेना से बात किए बिना युद्ध विराम की क्या जरूरत थी? सुरजेवाला ने यह भी कहा कि 75 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि भारत की ओर से लड़े जा रहे युद्ध के विराम की घोषणा अमेरिका ने की। उन्होंने पूछा कि अमेरिका को यह फैसला करने का अधिकार किसने दिया। सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पीएम की चुप्पी से पता चलता है कि दाल में कुछ काला है।

देश में सामूहिक आस्था सिर्फ सेना के लिए : सचिन पायलट
सभा में सचिन पायलट ने सेना की बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश में सामूहिक आस्था किसी एक चीज में है तो वह सेना में है। पायलट ने कहा कि यह सभा सैनिकों को सलाम करने के लिए है। उन्होंने यह भी कहा कि जब-जब देश को ललकारा गया, सेना ने दुश्मन के दांत खट्टे किए। पायलट ने सरकार से युद्ध विराम की शर्तों को सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि युद्ध विराम किन शर्तों पर हुआ। पायलट ने मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में दिए गए विवादास्पद बयान की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि उस मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और BJP के शीर्ष नेतृत्व को माफी मांगनी चाहिए। सभा में पूर्व सीएम अशोक गहलोत और अन्य नेताओं ने बाड़मेर की वीरांगनाओं (युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की पत्नियां) और युद्ध में दिव्यांग हुए वीरों का सम्मान किया। उन्हें प्रशस्ति पत्र और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

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