20.1 C
London
Wednesday, July 2, 2025
Homeराज्यपीलीभीत में इंडो नेपाल बॉर्डर पर धर्म परिवर्तन का बड़ा खेल, 3...

पीलीभीत में इंडो नेपाल बॉर्डर पर धर्म परिवर्तन का बड़ा खेल, 3 हजार सिखों को बनाया ईसाई

Published on

पीलीभीत:

उत्तर प्रदेश में पीलीभीत के इंडो नेपाल बॉर्डर पर बसे कई गांव मदरियों द्वारा तमाम प्रलोभन देकर सिखों का धर्मांतरण कराए जाने का मामला चर्चाओं में है। इस पूरे मामले में एक एफआईआर दर्ज होने के बाद अब तमाम जांच एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। दरअसल भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद तमाम सिख समुदाय के लोग पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए थे और उन्हें शारदा नदी के किनारे विस्थापित परिवारों का दर्जा देकर सरकार द्वारा बसा दिया गया था। इन परिवारों को राय सिखों को के नाम से भी जाना जाता है। इंडो नेपाल बॉर्डर के 12 गांव में करीब 25 हजार की आबादी राय सिखों की है।

धर्म परिवर्तन के मामले की शिकायत करने वाली गुरु द्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव परमजीत सिंह का कहना है कि धर्म परिवर्तन का खेल वर्ष 2002 से शुरू हुआ, जहां नेपाली पादरियों ने यूपी के पीलीभीत के तमाम इलाकों को निशाना बना लिया। यहां लालच देकर कुछ लोगों को ईसाई धर्म से जोड़ा गया। इसके बाद सिंडिकेट के जरिए चैन सिस्टम लागू करते हुए करीब 3000 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया। इन लोगों को पढ़ाई आर्थिक लाभ और मानसिक पीड़ा से दूर करने की बात कहकर प्रलोभन दिया गया।

सिख धर्म पर खतरे की चर्चा
सिंह गुरुद्वारा सभा बैल्हा के सचिव परमजीत सिंह का कहना है कि 2001 से अब तक कुल 3000 लोगों का धर्म परिवर्तन ईसाई मिशनरी द्वारा कर दिया गया है। ग्रामीणों को धर्म परिवर्तन के लिए तमाम तरीके के प्रलोभन दिए गए जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन कर दिया। उन्होंने घर के बाहर ईसाई धर्म के प्रतीक चिन्ह भी बना लिए। इसके साथ ही कुछ घरों में चर्च जैसी गतिविधियां भी संचालित होने लगी और चंगाई सभा का भी आयोजन बड़े पैमाने पर होने लगा। इसके बाद सिख धर्म को खतरे में देखते हुए उन्होंने इस सब के विरोध में आवाज उठाना शुरू किया। करीब 10 महीने पहले प्रशासनिक अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की।

प्रधान का देवर ही निकला पादरी
गुरुद्वारा कमेटी के लोगों का कहना है कि उनके पड़ोसी गांव टाटरगंज की महिला ग्राम प्रधान का देवर अर्जुन सिंह खुद ही एक पादरी है जो लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करता है। उन्हें तमाम तरह के लालच भी देता है, इसका कनेक्शन नेपाल के पादरियों से भी है। कमेटी के सचिव का कहना है कि 13 में 2025 को धर्ममंतरण के मामले में पहली एफआईआर दर्ज हुई, जिसमें आठ लोगों को नामजद किया गया, जिसमें ग्राम प्रधान के देवर का नाम भी शामिल है।

धर्म परिवर्तन की मुहिम चलाई जा रही
पूरे मामले की आवाज उठाने वाले परमजीत सिंह कहते हैं कि जब उन्होंने गांव में ईसाई धर्म से लोगों के जुड़ने के मामले की पड़ताल की तो उन्हें विशेष प्रकार के कैलेंडर गांव में मिले। यह दक्षिण कोरिया और नेपाली कैलेंडर है, जिससे यह साबित होता है कि धर्मांतरण की फंडिंग कहीं न कहीं कोरिया से भी हो रही है। उन्होंने इस मामले की शिकायत डीएम-एसपी से करते हुए उन्हें तमाम सबूत दिए है।

इसके साथ ही डेढ़ सौ ऐसे परिवारों की लिस्ट भी प्रशासनिक अफसर को दी गई है, जिन्होंने धर्म परिवर्तन किया है और उनके घरों के बाहर प्रतीक चिन्ह भी मौजूद है। यह लिस्ट सामने आने के बाद प्रशासनिक महक में ने अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया और उनके घर के बाहर लगे ईसाई धर्म के प्रतीक चिन्ह भी हटवा दिए। इसके बावजूद गांव में कई ऐसे परिवार हैं जो अभी ईसाई धर्म में आस्था रखते हैं।

परेशान लोग बनते है सॉफ्ट टारगेट
बैल्हा गांव के एक व्यक्ति ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि उनका 10 साल का बेटा शारीरिक रूप से परेशान था। कई जगह इलाज करने के बाद भी बेटे को कोई फायदा नहीं मिल रहा था। इसके बाद कुछ पादरियों ने उनसे संपर्क किया और ईसाई धर्म से जुड़ने के बाद बेटे को ठीक करने का दावा किया। लोगों के बहकावे में आकर उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया, इसके लिए उन्हें पहले चर्च ले जाया गया और बाइबिल का पाठ कराया गया।

घर में बाइबल पढ़ी जाने लगी करीब 1 साल बीतने के बाद भी उनके बेटे को कोई फायदा नहीं हुआ, जिसके बाद उन्होंने ईसाई धर्म छोड़ दिया और सिख धर्म अपना लिया। अब उन्हें तमाम लोगों के स्तर से धमकियां भी दी जा रही हैं।

डीएम ने कहा- एक्शन लिया जाएगा
पीलीभीत जिला अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे आए कुछ ही दिन हुए हैं। अधिकारियों से मामले की जांच कराई जाएगी। जबरन धर्म परिवर्तन करने का अगर कोई मामला संज्ञान में आएगा तो निश्चित कार्रवाई होगी।

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य बोले एनएसए लगेगा
सिखों के धर्म परिवर्तन का मामला जब शासन स्तर पर पहुंचा तो अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह भी मामले में जांच करने के लिए पीलीभीत पहुंचे और सिख समुदाय के लोगों से बातचीत की। इस दौरान उनके संज्ञान में आया कि जिस इलाके में धर्म परिवर्तन के मामले सबसे ज्यादा है, वह इलाका बहुत पिछड़ा हुआ है।

ऐसे में गिरोह द्वारा पिछड़े इलाके में रहने वाले लोगों को टारगेट बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। परविंदर सिंह ने इस मामले में कार्रवाई के लिए डीएम-एसपी से भी बातचीत की। उनका कहना है कि धर्म परिवर्तन करने वाले आरोपियों पर एनएसए की कार्रवाई होगी।

Latest articles

बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल बने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष

भोपालबैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल बने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष,बैतूल विधायक हेमंत विजय खंडेलवाल...

भेल में प्रशासनिक फेरबदल 

भेलभेल भोपाल यूनिट में प्रशासनिक फेरबदल किया गया है l विभागों में फेरबदल...

Fatty Liver Causes: फैटी लीवर से बचना है तो इन चीज़ों से करें परहेज़ हकीम सुलेमान ख़ान के ख़ास नुस्ख़े

Fatty Liver Causes: लिवर की बीमारियों के पीछे सबसे बड़ा कारण हमारी खराब लाइफस्टाइल...

More like this

Jyotiraditya Scindia:मोबाइल पर अमिताभ की कॉलर ट्यून से ज्योतिरादित्य सिंधिया भी परेशान हटाया जा सकता है संदेश

Jyotiraditya Scindia:मोबाइल कॉल करने से पहले सुनाई देने वाली साइबर जागरूकता कॉलर ट्यून जिसमें...

मध्य प्रदेश में सदानिरा समागम का आगाज CM मोहन यादव बोले- प्रदेश में गंगा-यमुना से भी ज्यादा जल

CM : मध्य प्रदेश में जल संरचनाओं के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे...