भेल भोपाल।
गोविंदपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने एक फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म के सहयोग से जो एमएसएमई व्यापार वृद्धि और ऑर्डर-समर्थित कार्यशील पूँजी समाधान प्रदान करता है के सहयोग से 12 सितंबर को जीआईए हॉल में सफलतापूर्वक एमएसएमई जागरूकता एवं वित्तीय क्षमता कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को डिजिटल मार्केटप्लेस और वित्तपोषण विकल्पों से जोड़कर उनकी व्यावसायिक क्षमता बढ़ाना था।
प्रशिक्षण टीम ने उपस्थित एमएसएमई को बताया कि कैसे वे जीईएम पर अपनी बोली भागीदारी बढ़ा कर नए अवसर प्राप्त कर सकते हैं, आम समस्याओं के समाधान पा सकते हैं और प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर कारोबार का विस्तार कर सकते हैं। प्रशिक्षण में बोली रणनीति, दस्तावेज़ीकरण और प्रस्ताव तैयार करने के व्यावहारिक सुझाव दिए गए।
सत्र में सप्लाई चेन और ऑर्डर पूर्ति के लिए उपलब्ध वित्तपोषण विकल्पों, उनके टर्नअरओवर पर प्रभाव तथा लाभप्रदता के आयामों पर व्याख्यान किया गया। सत्र ने उद्यमियों को टेलर्ड फाइनेंसिंग उत्पादों के प्रयोग से अपने व्यवसाय में तेजी लाने के उपाय बताए।
कार्यक्रम में विकल्प,प्रदर्शनी के जरिए वित्तपोषण उत्पादों और तकनीकी समाधानों का प्रदर्शन भी किया गया, जिससे उद्यमियों को व्यवहारिक रूप में समझने का अवसर मिला। कार्यक्रम में स्थानीय उद्यमी, व्यापारिक प्रतिनिधि और क्षेत्रीय कारोबारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उपस्थित लोगों ने कहा कि इस प्रकार के सशक्तिकरण सत्रों से उन्हें नई बाजार रणनीतियाँ, प्लेटफ़ॉर्म का प्रभावी उपयोग और फाइनेंसिंग के व्यावहारिक विकल्प समझने में मदद मिली। आयोजकों ने बताया कि आगे भी ऐसी कार्यशालाओं और एक-ऑन-वन कंसल्टेशन सेशन्स का संचालन कर छोटे उद्योगों को मजबूत बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
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जीआईए के प्रतिनिधि ने कहा, “हमारे क्षेत्र के एमएसएमई को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म व वित्तपोषण से जोड़ना समय की मांग है। QistonPe और GeM जैसी साझेदारियों से हमें यह लक्ष्य प्राप्त करने में महत्वपूर्ण मदद मिल रही है।” QistonPe के प्रतिनिधि ने भी बताया कि उन्हें स्थानीय व्यवसायियों की ऊर्जा और सीखने की इच्छा से उत्साह मिला और वे और अधिक कस्टमाइज़्ड समाधान लेकर जल्द ही लौटेंगे।
अंत में आयोजकों ने प्रतिभागियों के लिए फॉलो-अप सत्र व व्यक्तिगत मार्गदर्शन की जानकारी भी दी ताकि जिन व्यवसायों को तत्काल वित्तपोषण या प्लेटफ़ॉर्म पंजीकरण का सहारा चाहिए, उन्हें सहूलियत मिल सके।