केसी दुबे, भोपाल
महारत्न कंपनी बीएचईएल में ट्रेक्शन मोटर ब्लॉक में भरा पानी,जॉब को पहुंच रहा है नुकसान, शिकायत के बाद भी नहीं होती सुनवाई,एक ओर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को केंद्र सरकार ने ‘महारत्न’ का दर्जा देकर देश की प्रमुख औद्योगिक इकाइयों में शुमार किया है, लेकिन दूसरी ओर फैक्ट्री के अंदरूनी हालात इसकी साख को धूमिल कर रहे हैं। ख़ासकर ट्रैक्शन डिवीजन स्थित ब्लॉक-9, जो भेल की “ब्रेड बटर” मानी जाता है, वहाँ वर्षों से चली आ रही लापरवाही और अनदेखी अब जानलेवा रूप लेती जा रही है।
यूं तो इस ब्लॉक में मोटर फेल होने का सिलसिला पहले से ही जारी है उस पर बारिश ने ब्लॉक में कहर ढा दिया है। हालात यह हैं कि छत से पानी टपक रहा है मोटरों पर। इससे बडा नुकसान होने से इंकार नहीं किया जा सकता। ब्लॉक के मुखिया मौन धारण करके बैठे हैं। हर साल कर्मचारी बारिश के कहर से बचने की गुहार लगाता है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता।
सूत्रों के अनुसार ब्लॉक-9 में फैक्ट्री की छत से कई जगहों पर लगातार पानी टपक रहा है, जिससे टेस्टिंग और डिस्पैच के लिए तैयार मोटर्स के ऊपर पानी गिर रहा है। यह न केवल मोटर्स की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहा है, बल्कि भेल को बड़ा नुकसान भी पहुंचा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि बार-बार इस गंभीर स्थिति की ओर प्रबंधन और सेफ्टी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया, मगर अब तक कोई भी ठोस मरम्मत कार्य नहीं किया गया। सबसे हैरानी की बात यह है कि फैक्ट्री के पास मरम्मत और रखरखाव के लिए पर्याप्त बजट मौजूद है, फिर भी सालों से यह समस्या जस की तस बनी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक भेल के पास वर्तमान में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये मूल्य के ऑर्डर्स हैं, जिनमें भारतीय रेलवे और मेट्रो प्रोजेक्ट्स के लिए ट्रैक्शन मोटर्स प्रमुख हैं, लेकिन जिस तरह से तैयार माल भी पानी की बूंदों से भीग रहा है, वह प्रोडक्ट की क्वालिटी और समय पर डिलीवरी दोनों पर सवाल खड़े कर रहा है।
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इनका कहना है
इस ब्लॉक में काम चल रहा है। नई मशीनें लगाई जा रही हैं। नए फाउंडेशन का काम चल रहा है। इसलिए जॉब को प्लास्टिक से ढंक दिया गया है। इससे जॉब को कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।
विनोदानंद झा, महाप्रबंधक, प्रचार एवं जनसंपर्क विभाग, बीएचईएल, भोपाल