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Friday, October 31, 2025
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ट्विटर पर ब्लॉक करने से लेकर इवेंट में तकरार तक… जब-जब सामने आए जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी

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कोलकाता

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। जगदीप धनखड़ ने 30 जुलाई 2019 को पश्चिम बंगाल के गवर्नर पद की शपथ ली थी। अपने कार्यकाल के दौरान वह सीएम ममता बनर्जी के साथ ’36 के आंकड़े’ को अक्सर सुर्खियों में रहे। पश्चिम बंगाल सीएम और गवर्नर के बीच कभी सोशल मीडिया पर वाकयुद्ध देने को मिला तो कभी किसी कार्यक्रम में दोनों के बीच तल्खी देखने को मिली। यहां तक कि इसी साल जनवरी में दोनों में विवाद इतना बढ़ा कि ममता बनर्जी ने ट्विटर पर धनखड़ को ब्लॉक तक कर दिया था।

हाल ही में बंगाल की राज्य चालित यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति पद पर राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री को नियुक्त करने के प्रस्ताव को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। राज्यपाल ने ममता सरकार के इस बिल को सुधार का हवाला देते हुए लौटा दिया था। यह बिल विधानसभा से पास हो गया था।

बंगाल में मां काली के विवाद के बीच राज्यपाल ने राजभवन में कई साधु-संतों से मुलाकात की थी। राज्यपाल ने तृणमूल कांग्रेस और ममता सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया था। इसके बाद टीएमसी ने अपने मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ के जरिए गवर्नर पर निशाना साधा था और पूछा था कि क्या राजभवन में बीजेपी का मुख्यालय है? लेख में कहा गया था कि टीएमसी आने वाले दिनों में राज्यपाल का पद खत्म करने की मांग करेगी।

इसी साल जनवरी में ममता बनर्जी ने गवर्नर जगदीप धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया था। सीएम ममता ने धनखड़ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह उनसे परेशान हो गई थीं। उन्होंने धनखड़ पर चीफ सेक्रेटरी और पुलिस महानिदेशक को धमकी देने का आरोप लगाया। साथ ही फोन टैपिंग का आरोप भी लगाया।

इसके बाद धनखड़ ने ममता को भेजे गए वॉट्सऐप मेसेज ट्विटर पर शेयर किए। उनके अनुसार, उन्होंने ममता को जो संदेश भेजे उसमें लिखा था कि संवैधानिक पदाधिकारियों के बीच संवाद और सद्भाव लोकतंत्र का सार और भावना है और संविधान का जनादेश है।

इसी साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर भी धनखड़ और ममता के बीच खुलेआम तकरार देखने को मिली थी। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के दौरान सीएम ममता ने आयोजन स्थल पर राज्यपाल के उनकी ओर बढ़ने पर उनका अभिवादन किया। ममता तब तक अपनी कुर्सी से नहीं उठीं, जब तक कि राज्यपाल उनके करीब नहीं आ गए। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। एक समय धनखड़ उन्हें कुछ कहते नजर आ रहे थे लेकिन ममता ने अपना चेहरा घुमा लिया था।

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