उद्धव गुट के विधायकों के सामने बड़ी मुश्किल, एकनाथ शिंदे बने शिवसेना विधायक दल के नेता

मुंबई,

महाराष्ट्र की राजनीति में सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी नाटकीय मोड़ आने का सिलसिला नहीं थम रहा है. विधानसभा के नए स्पीकर बनाए गए राहुल नार्वेकर ने बड़ा फैसला लेते हुए एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता के रूप में मान्यता दे दी है. वहीं उनकी तरफ से भरत गोगावले को चीफ व्हिप नियुक्त मान लिया गया है.

ये एक फैसला उद्धव खेमे के लिए बड़ा सियासी झटका है. इस समय सत्ता गंवाने के बाद उद्धव ठाकरे के सामने पार्टी को बचाना ही सबसे बड़ी चुनौती है. लेकिन अब उनकी वो चुनौती और ज्यादा मुश्किल होने वाली है क्योंकि एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता बता दिया गया है. वहीं जिन अजय चौधरी को पहले शिवसेना विधायक दल का नेता बनाया गया था, उनकी नियुक्ति को स्पीकर राहुल नार्वेकर ने रद्द कर दिया है. उनके साथ-साथ सुनील प्रभु को भी चीफ व्हिप के पद से हटा दिया गया है.

अब उद्धव खेमे के लिए ये बड़ा झटका इसलिए भी है क्योंकि नए चीफ व्हिप बने भरत गोगावले के आदेशों का अगर विधायकों द्वारा पालन नहीं किया गया, ऐसी स्थिति में उनके खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई भी हो सकती है. कहा तो ये भी जा रहा है कि स्पीकर के इस फैसले के खिलाफ उद्धव गुट कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है.

सत्ता गंवाने के बाद उद्धव ठाकरे के लिए उनके खेमे से किसी का विधायक दल का नेता होना जरूरी था, उसके ऊपर उनका अपना चीफ व्हिप होना और ज्यादा जरूरी. लेकिन आज ही सदन में बड़ी जीत दर्ज करने वाले स्पीकर राहुल नार्वेकर ने उद्धव ठाकरे की उन दोनों ही उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.

वैसे उम्मीद तो उद्धव ठाकरे की रविवार को इसलिए भी टूट गई क्योंकि सदन में बीजेपी प्रत्याशी राहुल नार्वेकर ने आसानी से स्पीकर पद अपने नाम कर लिया. उनके समर्थन में 164 वोट पड़े जबकि शिवसेना के राजन साल्वी को 107 वोट ही मिले. यहां ये जानना भी जरूरी रहता है कि वोटिंग के दौरान तीन विधायकों ने वोटिंग का बहिष्कार किया था जबकि 12 ऐसे रहे जो अनुपस्थित रहे.

 

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