विवादों में फंसी फिल्म ‘काली’, लखनऊ और गोंडा में धार्मिक भावना भड़काने का FIR

लखनऊ

फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ उत्तर प्रदेश में केस दर्ज हो गया है। यूपी पुलिस ने काली फिल्म पोस्टर के जरिए धार्मिक भावनाओं को भड़काने के मामले में लीना के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ आपराधिक साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। लीना पर पूजा स्थल के खिलाफ अपराध, जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को भड़काने और शांति को भंग करने का आरोप लगाया गया है। फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाना और गोंडा में एफआईआर दर्ज किया गया है।

लीना हाल ही में आई डॉक्यूमेंट्री फिल्म के नए पोस्टर को लेकर विवादों में घिर गई हैं। लीना ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का एक पोस्टर जारी किया था। इसको लेकर सोशल मीडिया पर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। लोगों का आरोप है कि इस पोस्टर के जरिए उन्होंने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। फिल्म के पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार लीना मणिमेकलाई को ट्रोल किया जा रहा है। इस पूरे मामले में पर ट्विटर पर उनके अरेस्ट किए जाने को लेकर ट्रेंड चलाया गया। अब उन पर कानूनी मामले दर्ज होने लगे हैं।

हजरतगंज में दर्ज हुआ मामला
लीना के खिलाफ लखनऊ कमिश्नरेट के हजरतगंज थाने में सोमवार को आईपीसी की धारा 154 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 153बी, 295, 295ए, 298, 504, 5059(3)(बी), 505(2) और आईटी एक्ट की धारा 66 एवं 67 के तहत केस दर्ज किया गया है। एफआईआर में फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई, प्रोड्यूसर आशा एसोसिएट और एडिटर श्रवण ओनाचन को नामजद किया गया है।

गोंडा में भी केस दर्ज
गोंडा में सत्य संस्था के अध्यक्ष रितेश यादव ने कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। फिल्म निर्माता लीना के साथ-साथ पूरी यूनिट के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। रितेश यादव ने अपनी शिकायत में फिल्म के पोस्टर से धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया। पोस्टर में एक हाथ में सिगरेट और दूसरे में त्रिशूल लिए दिखाया गया है।

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