नई दिल्ली,
इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में मिली हार के बाद टीम इंडिया के फैन्स में काफी निराशा है. इस करारी हार के साथ इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतने का सपना टूट गया. इसके तुरंत बाद वेस्टइंडीज़ दौरे के लिए टीम का ऐलान हुआ, जिसमें सीनियर्स को आराम दिया गया और शिखर धवन को कप्तान बनाया गया. जिस तरह से कप्तान बदले जा रहे हैं, मानो बीसीसीआई की एक चकरी चल रही है जिसमें कुछ दिनों के अंतर पर एक नया लीडर निकल रहा है.
इसी के साथ फैन्स का गुस्सा चरम पर पहुंच गया, क्योंकि ऐसा लगातार हो रहा है कि सीनियर्स को आराम मिल रहा है. जिसकी वजह से किसी अन्य प्लेयर को कप्तानी सौंपी जा रही है, इसकी गवाही आंकड़े ही देते हैं क्योंकि साल 2022 के सात महीनों में टीम इंडिया सात कप्तानों के साथ मैदान पर उतर चुकी है. इसकी शुरुआत विराट कोहली के कप्तानी से इस्तीफा देने से हुई. साउथ अफ्रीका में हुई टेस्ट सीरीज़ के बाद विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी, उसके बाद रोहित शर्मा को रेगुलर कप्तान घोषित किया गया. लेकिन वह फिट नहीं थे, तो उनकी जगह केएल राहुल ने कप्तानी की.
साल 2022 में अभी तक इन प्लेयर्स ने कप्तानी की है
1. विराट कोहली (टेस्ट)
2. रोहित शर्मा (टेस्ट, वनडे, टी20)
3. अजिंक्य रहाणे (टेस्ट)
4. केएल राहुल (टेस्ट, वनडे)
5. शिखर धवन (वनडे)
6. जसप्रीत बुमराह (टेस्ट)
7. हार्दिक पंड्या (टी-20)
8. ऋषभ पंत (टी-20)
लगातार हो रहे क्रिकेट के बीच खिलाड़ियों को आराम देना भी ज़रूरी है. यही वजह है कि अक्सर बीसीसीआई को हर दूसरी या तीसरी सीरीज़ में एक नए कप्तान के साथ आना पड़ रहा है. भले ही यह टीम की स्ट्रेंथ को दिखाता हो, जहां आपके पास लीडर्स की कोई कमी नहीं है. लेकिन इससे टीम के खेल पर भी असर पड़ रहा है. कोच राहुल द्रविड़ ने जब से अपना पद संभाला है, वह हर सीरीज़ में एक नए कप्तान के साथ ही उतर रहे हैं. ऐसे में टीम रणनीति, लीडरशिप, खिलाड़ियों के साथ कनेक्शन में इसका असर दिखता ही है.