गुजरात में बारिश का कहर! सड़कों पर सैलाब, स्कूल बंद, 400 रास्ते ब्लॉक

अहमदाबाद

दक्षिण गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश होने से कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे विभिन्न निचले इलाकों में पानी भर गया। नवसारी और वलसाड जिले में 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। यहां तेज बारिश के चलते ओरसांग नदी के आसपास के इलाकों में पानी भर गया। अधिकारियों ने बताया कि ओरसांग नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद वलसाड के कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, इसलिए नवसारी जिले के अधिकारी भी अलर्ट पर हैं।

मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। तापी जिले के गांवों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यहां राहत कार्य जारी है। कलेक्टर एचके वाधवानिया ने बताया, ‘तापी जिले में पिछले 3 दिनों से बहुत बारिश हो रही है। आज सुबह से 6 इंच बारिश दर्ज की गई है। राहत और बचाव कार्य के लिए टीमें भेजी गई हैं, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।’

वलसाड और नवसारी जिलों में बहुत भारी बारिश
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात और रविवार की सुबह वलसाड और नवसारी जिलों में बहुत भारी बारिश हुई। उन्होंने बताया कि छोटा उदयपुर और नर्मदा जिलों में भी भारी बारिश हुई, जिससे नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। आईएमडी ने कहा है कि दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कई अन्य जिलों में भी इस अवधि के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है।

मोर्चे में डटा एनडीआरएफ
जिलाधिकारी अमित प्रकाश यादव ने कहा, ‘नवसारी जिले में कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हम निचले इलाकों से लोगों को निकाल रहे हैं। अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक कंपनी की मदद से अभियान जारी है।अधिकारियों ने बताया कि वलसाड में ओरसांग नदी का जलस्तर बढ़ने और निचले इलाकों में बाढ़ आने के बाद 400 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि रविवार को वलसाड में कुछ राहत मिली और जलस्तर घट गया, जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों को लौटने लगे।

दक्षिण-मध्य गुजरात और सौराष्ट्र में भरा पानी
शनिवार से हो रही भारी बारिश के कारण दक्षिण और मध्य गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के कई बांधों में पानी भर गया है और नदियां उफान पर हैं। कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं, जिससे संबंधित प्रशासन को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, वलसाड जिले के धरमपुर तालुका और नवसारी के वंसदा में रविवार को सुबह छह बजे तक 24 घंटे की अवधि में क्रमशः 216 और 213 मिलीमीटर बारिश हुई।

महाराष्ट्र के कई जिलों में भी अलर्ट जारी
वहीं महाराष्ट्र के भी कई जिलों में बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को अगले तीन दिनों में महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के कई जिलों में भारी बारिश के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

चंद्रपुर और गढ़चिरौली में अलर्ट
नागपुर में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने रेड अलर्ट जारी किया और कहा कि रविवार, सोमवार और मंगलवार को चंद्रपुर और गढ़चिरौली में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, विदर्भ के गोंदिया, नागपुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है, जिसके कारण ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसने अकोला, बुलढाणा और वाशिम के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है, जहां मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश हो सकती है.

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