एलन मस्क के ‘चीन प्रेम’ को झटका, इस चाइनीज कंपनी से पिछड़ी Tesla

नई दिल्ली,

चीन की ऑटो कंपनी BYD ने अमेरिकी कार कंपनी टेस्ला (Tesal) को पछाड़ दिया है. BYD अब इलेक्ट्रिक कार की डिमांड के मामले में टेस्ला को कड़ी टक्कर दे रही है. इससे पहले इस चीनी कंपनी की कार MPV BYD e6 मुंबई से दिल्ली तक का सफर तय कर रिकॉर्ड बना दिया था. वहीं कार की कुल बिक्री के मामले में BYD टेस्ला से आगे निकल गई है.

मुश्किलों में फंसी टेस्ला
इस साल के पहले छह महीने में टेस्ला ने कुल 5,64,000 गाड़ियों की बिक्री की. वहीं इस दौरान BYD ने करीब 6,41,000 इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियां बेची हैं. दोनों कंपनियों के बीच गाड़ियों की सेल में 77,000 का अंतर रहा है. कोविड महामारी का असर टेस्ला के शंघाई प्लांट पर भी पड़ा है. इस वजह से चीन में स्थित टेस्ला के प्लांट में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

पिछले महीने टेस्ला के शंघाई प्लांट में तैयार मॉडल 3 और मॉडल Y की 1,07,293 यूनिट्स को रिकॉल किया गया था. इन गाड़ियों में कई तरह की समस्याएं देखी जा रही थी. स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फॉर मार्केट रेगुलेशन (SAMR) के एक बयान के अनुसार, टेस्ला की मॉडल 3 और मॉडल Y में ओवरहीटिंग की समस्या आ रही थी.

इस वजह से विंडशील्ड सेटिंग्स और गियर डिस्प्ले सहित कई तरह के सिस्टम में खराबी देखी जा रही थी. कंपनी ने इसमें सुधार के लिए गाड़ियों को वापस बुलाया था. इस वजह से कंपनी को 2022 के क्वार्टर-1 की तुलना में क्वार्टर-2 में 18 फीसदी की गिरावट का सामना करना पड़ा.

BYD की कार ने बनाया रिकॉर्ड
चीनी कंपनी BYD ने हाल ही इंडियन मार्केट में अपनी लेक्ट्रिक MPV BYD e6 को लॉन्च किया था. इस कार ने मुंबई से दिल्ली तक सफर तय करके रिकॉर्ड बना दिया था. कंपनी ने दावा किया था कि किसी भी इलेक्ट्रिक कार द्वारा तय की जाने वाली ये सबसे अधिक दूरी है.MPV BYD e6 ने छह दिन में दिल्ली से मुंबई तक का सफर तय किया था. BYD साल 2007 से ही भारतीय बाजार में कारोबार कर रही है. कंपनी ने डिमांड को देखते हुए इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में भी उतरने का फैसला किया है.

भारतीय बाजार में टेस्ला की एंट्री नहीं
भारतीय बाजार में अभी तक टेस्ला की एंट्री नहीं हुई है. कंपनी भारत में अपने कारोबार को शुरू करना चाहती है, लेकिन कारों में टैक्स की छूट की मांग को लेकर भारत सरकार से उसकी बात नहीं बन पाई है. कुछ समय पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने टेस्ला को भारत में आकर कार बनाने का न्योता दिया था. साथ ही उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि टेस्ला भारत में आकर कार बना सकती है, लेकिन चीन में बनी कार को भारत में इंपोर्ट कर देश में नहीं बेच सकती.

अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला ने जून में लगभग 78,000 चीन निर्मित वाहनों की बिक्री की थी.वहीं, मई में टेस्ला ने 32,165 चीन में बनी कार को बेचा था. लेकिन अब उसे चीन की कपंनी से कड़ी टक्कर मिल रही है.

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