संयुक्त राष्ट्र
जनसंख्या विस्फोट से जूझ रहा भारत अपने पड़ोसी देश चीन को आबादी के मामले में अगले साल पीछे छोड़ देगा। इससे भारत दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। सोमवार को जारी संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने यह भी बताया कि दुनिया की आबादी नवंबर 2022 के मध्य तक आठ अरब तक पहुंच जाएगी। हालांकि रिपोर्ट में अच्छी बात यह कही गई है कि 1950 के बाद दुनिया की आबादी सबसे कम दर से बढ़ रही है।
आबादी के बढ़ने की दर साल 2020 में एक प्रतिशत कम हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 15 नवंबर 2022 तक दुनिया की आबादी 8 अरब के आंकड़े तक पहुंच जाएगी। संयुक्त राष्ट्र के ताजा अनुमान से यह पता चलता है कि विश्व की जनसंख्या साल 2030 तक 8.5 अरब और साल 2050 तक 9.7 अरब तक हो सकती है। माना जा रहा है कि दुनिया की आबादी साल 2080 में अपने चरम पर पहुंच जाएगी। इस दौरान दुनिया की कुल आबादी 10.4 अरब तक पहुंच जाएगी और इस स्थान पर साल 2100 तक बनी रहेगी।
नवंबर में दुनिया की आबादी 8 अरब
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने कहा कि इस साल विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के ठीक बाद नवंबर में दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच जाएगी। यह ऐसा मौका है जब हम अपनी विविधता का जश्न मनाते हैं, साझा मानवता को मान्यता देते हैं और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुई प्रगति को देखकर हैरत में आ जाते हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति के कारण ही लोगों की आयु बढ़ रही है और बाल मृत्यु दर भी कम हो रही है।
इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साल 2023 में भारत आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। इसके साथ ही भारत दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश पूर्वी एशिया और दक्षिण एशिया के होंगे और उनकी कुल संख्या 2.3 अरब होगी। यह धरती पर मौजूद कुल आबादी का 29 प्रतिशत होगी। भारत और चीन की आबादी इन इलाकों में सबसे ज्यादा होगी जहां साल 2022 में प्रत्येक देश में 1.4 अरब जनसंख्या होगी। साल 2050 तक जिन 8 देशों में आबादी बढ़ेगी उनमें पाकिस्तान, कांगो, मिस्र, इथियोपिया, नाइजीरिया, भारत, फिलीपीन्स और तंजानिया शामिल हैं।