राष्ट्रपति गोटबाया ने इस्तीफे से पहले रखी शर्त, कहा- मुझे श्रीलंका से सुरक्षित बाहर जाने दिया जाए

नई दिल्ली,

श्रीलंका के राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने इस्तीफा देने से पहले शर्तें रख दी हैं. उन्होंने परिवार समेत खुद के लिए सुरक्षा मांगी है. उन्होंने कहा है कि वे परिवार समेत देश से बाहर जाना चाहते हैं. ऐसे में सुरक्षित भेजे जाने की गारंटी दी जाए. गोटबाया की तरफ से तीन दिन पहले ऐलान किया गया था कि वे 13 जुलाई को पद से इस्तीफा दे देंगे. अब गोटबाया की तरफ नई शर्तों ने एक बार माहौल को गरमा दिया है. इस बीच खबर है कि गोटबाया ने एक दिन पहले ही यानि सोमवार को इस्तीफे पर दस्तखत कर दिए हैं. स्पीकर कल इसका ऐलान कर सकते हैं.

बताते चलें कि तीन दिन पहले राष्ट्रपति ने स्पीकर को इस्तीफे की जानकारी दी थी. लेकिन पिछले दो दिनों में स्पीकर से बातचीत के दौरान इस्तीफे का जिक्र नहीं हुआ है. बुधवार को गोटाबाया राजपक्षे को इस्तीफा देना है, लेकिन उससे पहले उन्होंने खुद के और परिवार के लिए देश से बाहर जाने के लिए सुरक्षित पैसेज मांगा है.

कल रात भाई ने श्रीलंका छोड़ने की कोशिश की थी
बीती रात राजपक्षे के भाई और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन स्टाफ और एयरपोर्ट कर्मियों ने देश छोड़ने से रोक लिया था. भारी प्रदर्शन और इमीग्रेशन स्टाफ की अनुपस्थिति में बासिल राजपक्षे को वापस लौटना पड़ा था. बासिल श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री हैं. हाल ही में उन्होंने इस्तीफा दिया था. राजपक्षे परिवार के खिलाफ श्रीलंका में भारी रोष देखने को मिल रहा है. लोगों को आशंका थी कि राजपक्षे परिवार जल्दी ही देश छोड़कर भागने की कोशिश करेगा.

अगर इस्तीफा नहीं दिया तो बिगड़ सकते हालात
ऐसे में खुद पर और परिवार पर खतरे को देखते हुए प्रेसिडेंट गोटबाया राज्यपक्षे ने इस्तीफे से पहले शर्त रखी है. अगर बुधवार को राष्ट्रपति इस्तीफा नहीं देते हैं तो कोलंबो में हालात और खराब होने की संभावना जताई जा रही है.

40 घंटे से इस्तीफे पर चुप्पी साधे हैं राजपक्षे
सूत्रों की मानें तो राजपक्षे तब तक इस्तीफा नहीं देंगे, जब उन्हें परिवार समेत देश से बाहर सुरक्षित नहीं छोड़ दिया जाता. फिलहाल, विपक्ष से बातचीत चल रही है. लेकिन अभी तक कोई भी दल इस सुझाव को मानने को तैयार नहीं है. स्पीकर हाउस के सूत्रों की मुताबिक, तीन दिन पहले राष्ट्रपति ने स्पीकर से बात की थी और बुधवार को इस्तीफे देने के बारे में सूचना दी थी. लेकिन पिछले 40 घंटे के दरम्यान उन्होंने स्पीकर के साथ बुधवार को संभावित इस्तीफे के बारे में कोई बातचीत नहीं की.

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