अहमदाबाद
वर्ष 2002 में हुए गुजरात दंगों को लेकर कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। गुजरात सरकार की विशेष जांच टीम (SIT) ने अपने हलफनामा में दावा किया है अहमद पटेल ने तब की बीजेपी सरकार को गिराने की साजिश के लिए सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को 30 लाख रुपए दिए थे। एसआईटी के इस दावे पर अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने पलटवार किया है। उन्होंने ट्विट कर कहा कि उनके पिता के नाम में अभी वजन है, इसीलिए विपक्ष उनके नाम का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मेरे पिता ने ऐसा किया था उन पर मुकदमा क्यों नहीं चलाया गया?
अहमद पटेल पर लग रहे आरोपों के बीच मुमताज पटेल ने कहा कि उनके पिता के नाम में अभी भी वजन है। इसीलिए राजनीतिक फायदे के लिए उनके नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर आरोप सही हैं तो तीस्ता सीतलवाड़ को यूपीए की सरकार में राज्यसभा सांसद क्यों नहीं बनाया गया? उन्होंने यह भी पूछा कि 2020 तक आखिर इस सरकार ने इतने बड़े साजिश की जांच क्यों नहीं करवाई?उन्होंने आगे लिखा कि पिछले 8 सालों से मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ देश का नेतृत्व कर रही है और आज हमारे देश में सब कुछ गलत हो रहा है। आप लोग अभी भी कांग्रेस को दोष दे रहे हैं। दूसरों पर दोषारोपण करने वाला कभी नहीं उठ सकता।
कौन हैं मुमताज पटेल?
सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल राजनीतिक करियर बेहद शानदार रहा। लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को हमेशा राजनीति से दूर रखा। बेटा फैजल पटेल व्यापारी है जबकि बेटी मुमताज पटेल की शादी के बाद घरेलू जिंदगी बिता रही हैं। मुमताज की शादी बिजनेसमैन इरफान सिद्दिकी से हुई है। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दिकी के घर और ऑफिस में छापा मारा था। गुजरात के फार्मास्युटिकल फर्म और स्टर्लिंग बायोटेक के एक फ्रॉड केस को लेकर इरफान के खिलाफ ईडी ने ये एक्शन लिया था। मनी लॉन्ड्रिंग केस में इरफान सिद्दिकी ने हाल ही में नई दिल्ली में ईडी दफ्तर में बयान भी दर्ज कराया था।
अहमद पटेल पर आरोप, साजिश के लिए तीस्ता को दिए 30 लाख रुपए
गुजरात में साल 2002 में दंगे हुए थे। तब विपक्ष में कांग्रेस मुख्य पार्टी थी। एसआईटी ने सीतलवाड़ की जमानत याचिका पर आपत्ति जताते हुए शुक्रवार को शहर की दीवानी सत्र अदालत में दायर एक हलफनामे में यह बात कही। एसआईटी ने कहा कि आरोपियों ने राजनीतिक मंशा से बड़ी साजिश रची थी। एसआईटी ने शुक्रवार को कहा कि तीस्ता गुजरात में बीजेपी सरकार को गिराने की एक बड़ी साजिश में शामिल थीं।
सत्र अदालत में दाखिल हलफनामे में दावा किया गया है कि सीतलवाड़ 2002 दंगों के बाद बीजेपी सरकार को गिराने के लिए दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल के इशारे पर की गई एक बड़ी साजिश में शामिल थीं। गुजरात दंगों के मामलों में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने के आरोप में सीतलवाड़ को पूर्व आईपीएस अफसरों आरबी श्रीकुमार और संजीव भट्ट के साथ गिरफ्तार किया गया है।एसआईटी के हलफनामे में कहा गया है कि दो दिन बाद वे अहमदाबाद के शाहीबाग में सर्किट हाउस में मिले, जहाँ उन्हें पटेल से 25 लाख रुपए और मिले। यह राहत कार्य के लिए नहीं था जबकि यह गुजरात राहत समिति के नाम पर लिया गया था।