अवैध खनन में सबसे ऊपर हैं गहलोत सरकार के मंत्रियों के इलाके, अनदेखी ऐसी कि हाईवे पर लगे हॉर्डिंग भी नजरअंदाज

कोटा

भरतपुर में साधु विजयदास बाबा के आत्मदाह के बाद देशभर में राजस्थान में अवैध खनन सुर्खियों में छाया है। इस मामले में भले ही प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने 15 दिन में आवश्वासन पूरे करने की बात ही है लेकिन अब अवैध खनन के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। विपक्ष यानी भारतीय जनता पार्टी ही नहीं सरकार में शामिल कांग्रेस के विधायक भी अवैध खनन पर मुख्यमंत्री गहलोत को घेर रहे हैं। दरअसल, बात अकेले भरतपुर के डीग में हो रहे अवैध खनन की नहीं है। प्रदेशभर में ऐसा खनन धड़ल्ले से हो रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस विधायक भरत सिंह कई बार खनन मंत्री पर ही गंभीर आरोप लगा चुके हैं। यहां तक हाईवे पर खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ लगे बड़े-बड़े होर्डिंग्स (खाया रे खाया भाया ने खाया) की तस्वीरें भी फिर से वायरल हो रही हैं।

खनन मंत्री के इलाके में ही सर्वाधिक अवैध खनन
प्रदेश में होने वाला अवैध खनन के सर्वाधिक मामले हाड़ौती में दर्ज हैं। प्रदेश के टॉप-10 अवैध खनन वाले जिलों में सबसे ऊपर बारां और कोटा जिले हैं। खनन मंत्री भी बारां जिले से ही नाता रखते हैं। वहीं दूसरे नंबर रहे कोटा जिले से सरकार के यूडीएच मंत्री आते हैं। अवैध खनन को लेकर बारां जिले में 493 और कोटा जिले में 456 मामले दर्ज हुए। यह मामले खान विभाग और वन विभाग की ओर से दर्ज किए गए हैं। उधर,भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ 551 दिन चला साधु संतों का आंदोलन तो समाप्त हो गया है लेकिन अब एक बार फिर सरकार के मंत्री और उनके इलाकों में हो रहे अवैध खनन पर विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है।

पत्थर, मिट्‌टी, रेत सबका काला कारोबार
खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया के गृह जिले बारां में अवैध खनन पत्थर, मिट्टी, रेत का कालीसिंध नदी पार्वती नदी परवन नदी और इन नदियों के आसपास के वनक्षेत्र में होता हैं। ऐसे ही यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के गृह जिले कोटा में घड़ियाल सेंचुरी चंबल नदी, परवन, कालीसिंध, पार्वती नदी व पठारी वन क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध खनन होता है। पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक भरत सिंह के निशाने पर प्रदेश के खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया है। भरत सिंह पूर्व में खनिज मंत्री के लिए कह चुके हैं कि राजस्थान में कहीं अवैध खनन के भ्रष्टाचार की नदी बहती है तो वो बारां है।

अगर अवैध खनन भ्रष्टाचार की नदी कहीं से बहती है तो वह है बारां जिला
भरत सिंह ने कई बार सीएम को पत्र लिखकर खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की है। वही 1 दिन पहले लिखे गए पत्र में सीएम से स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है, कि भरतपुर में अवैध खनन रूकवानें को लेकर साधु ने जो कदम उठाया है अगर वह कारगर है तो कृपया इंतजार करें। भरत सिंह ने सीधे तौर पर सीएम को आत्मदाह करने तक की चेतावनी दी है। भरत सिंह बारां जिले के सोरसन गोडावण अभयारण्य क्षेत्र को पत्थर का अवैध खनन करवाकर बर्बाद करने के आरोप खनिज मंत्री पर लगा चुके हैं।

भरत सिंह ने खनिज मंत्री के विरुद्ध नारा दिया था ‘भाया’
खा गया मिट्टी, पत्थर, रेत। कोई हमारे के बकायदा भरत सिंह ने कोटा जिले में बैनर पोस्टर भी कस्ता करवाए थे। इधर भरत सिंह के द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया का कहना है कि भरत सिंह पार्टी के और उनके सम्मान है नेता है। जो भी वह कहते हैं वह उनके निजी विचार हैं।

लेकिन मंत्री ने इतना जरूर कहा कि भरत सिंह बीजेपी के कुछ चक्र से प्रभावित हैं। शुक्रवार को प्रमोद जैन भाया ने बारां में बयान दिया कि राजस्थान में खनिज विभाग ठीक काम कर रहा है। इसी की बदौलत केंद्र सरकार ने खनिज विभाग को पुरस्कार से नवाजा है। सबसे ज्यादा अवैध खनन कर्ताओं के खिलाफ मुकदमा गलत सरकार में दर्ज किए जा रहे हैं।

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