नई दिल्ली
सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े नेता गच्चा खा जाते हैं। वीडियो कहां और किस जगह क्रॉप करके पेश किया जा रहा है, एजेंडा या तो समझ नहीं पाते या फिर जानबूझकर फैक्ट से खिलवाड़ करते हैं। ऐसा ही एक वीडियो आज सुबह से ट्विटर पर खूब शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने हाथ जोड़कर प्रणाम करते दिखाई देते हैं। उस समय देखने में ऐसा लगता है जैसे पीएम ने उनसे मुंह फेर लिया। क्या सच में ऐसा ही हुआ था? यह जाने बगैर सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के आलोचक सवाल उठाने लगे। आगे पढ़िए इस वायरल वीडियो के भीतर छिपी सच्चाई क्या है?
शनिवार, 23 जुलाई 2022 की शाम का यह वीडियो संसद भवन के सेंट्रल हॉल का है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया था। राष्ट्रपति को स्मृति चिन्ह और हस्ताक्षर पुस्तिका भेंट की गई। राष्ट्रपति ने संबोधन दिया। समारोह के दौरान वह आगे की पंक्ति में बैठे गणमान्य व्यक्तियों के पास जाकर मिले और हाथ जोड़कर अभिवादन किया। वायरल हो रहा वीडियो उसी समय का है। उस समय राष्ट्रपति हाथ जोड़कर मंत्रियों, सांसदों से मिलते, बात करते देखे जाते हैं। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आज सुबह 14 सेकेंड का जो वीडियो ट्वीट किया, उससे गलतफहमी पैदा हो गई।
संजय सिंह ने लिखा, ‘ऐसा अपमान Very Sorry Sir ये लोग ऐसे ही हैं, आपका कार्यकाल ख़त्म अब आपकी तरफ़ देखेंगे भी नहीं।’ सोशल मीडिया पर विपक्षी नेता और आम लोग इस पर प्रतिक्रियाएं देने लगे। जब हमने फैक्ट चेक किया और अनएडिटेड पूरा वीडियो देखा तब सच्चाई पता चली। हकीकत यह है कि संजय सिंह ने जो वीडियो ट्वीट किया है वह प्रधानमंत्री के हाथ जोड़कर राष्ट्रपति का अभिवादन करने के कुछ सेकेंड बाद का है। कैमरे का ऐंगल ऐसा है जैसे लग रहा है कि राष्ट्रपति प्रधानमंत्री को प्रणाम करने के लिए रुकते हैं और वह उनकी तरफ नहीं देख रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बीच में गैप है और उस समय राष्ट्रपति दूसरी पंक्ति में खड़े लोगों से बात कर रहे थे। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी भी उसी तरफ देख रहे थे।
संसद टीवी ने कल शाम में ही एक ट्वीट किया था जिसमें पीएम मोदी राष्ट्रपति को प्रणाम करते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में फैक्ट चेक में संजय सिंह का दावा गलत निकला है। अब जब सच्चाई सामने आ गई है तो लोग एडिटेड वीडियो शेयर कर गलत मैसेज देने के लिए ऐसे लोगों की आलोचना भी कर रहे हैं।