लड़ाकू विमान चुराकर लाओ और 16 करोड़ का इनाम पाओ… रूसी पायलटों को यूक्रेन के ऑफर का भंडाफोड़

मॉस्को

रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी ने दावा किया है कि उसने रूसी वायु सेना के लड़ाकू विमान हाईजैक करने की साजिश का भंडाफोड़ किया है। एफएसबी ने बताया कि यूक्रेनी एजेंट रूसी पायलटों को विमान के साथ अपने देश में आने का लालच दे रहे थे। इस ऑपरेशन में नाटो देशों की खुफिया एजेंसियों ने यूक्रेनी एजेंटों का साथ दिया था। एफएसबी ने यह भी कहा कि इस ऑपरेशन में शामिल यूक्रेनी खुफिया सेवा के एजेंटों और उनके सहयोगियों की पहचान कर ली गई है। इस ऑपरेशन का खुलासा होने के बाद रूस के सभी हवाई अड्डों और सैन्य ठिकानों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इतना ही नहीं, रूसी पायलटों, बड़े-बड़े अधिकारियों की निगरानी भी की जा रही है।

रूसी पायलटों को लड़ाकू विमान चुराने के लिए दिया गया था ऑफर
एफएसबी ने कहा है कि रूसी संघीय सुरक्षा सेवा ने यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया निदेशालय के ऑपरेशन को रूसी एयरोस्पेस बलों के लड़ाकू विमानों को हाईजैक करने के लिए रोक दिया है। इस ऑपरेशन की निगरानी नाटो की स्पेशल सर्विसेज ने की। बयान में कहा गया है कि यूक्रेनी सैन्य खुफिया अधिकारियों ने अपने देश के राजनीतिक नेतृत्व की ओर से काम करते हुए, रूसी सैन्य पायलटों को इनाम और यूरोपीय संघ के देशों में से एक की नागरिकता प्राप्त करने की गारंटी के लिए भर्ती करने की कोशिश की। यूक्रेनी अधिकारियों ने रूसी पायलटों को अपने देश से हवाई क्षेत्रों में लड़ाकू विमानों को उतारने के लिए मनाने का प्रयास किया।

पायलटों को ‘बरगलाने’ में यूरोपीय पत्रकारों ने भी की मदद!
रूसी सुरक्षा सेवा ने कहा कि ब्रिटेन इस ऑपरेशन में यूक्रेन को बड़ी सहायता प्रदान कर रहा है। दावा किया गया है कि खोजी पत्रकार समूह बेलिंगकैट के एक्जिक्यूटिव डॉयरेक्टर क्रिस्टो ग्रोजेव ने इस ऑपरेशन में भाग लिया। एफएसबी ने बताया कि ग्रोजेव ने यूक्रेनी एजेंट की मदद से मॉस्को में एक पायलट से संपर्क किया था। उन्होंने किसी भी पायलट को रूसी लड़ाकू विमान को हाईजैक कर यूक्रेन में उतारने के लिए 4000 डॉलर की अग्रिम भुगतान की पेशकश भी की थी। हालांकि, यह राशि सिर्फ बुकिंग अमाउंट की तरह ही था।

पायलटों को 2 मिलियन डॉलर और यूरोप में बसने का ऑफर
एफएसबी के शेयर किए गए एक वीडियो क्लिप के अनुसार, यूक्रेनी एजेंटों ने पायलटों को रिश्वत देने की कोशिश की। उनसे कहा गया कि अगर वे Su-24, Su-34, या Tu-22 विमानों को हाईजैक करते हैं तो उन्हें दो मिलियन डॉलर तक नकद दिया जाएगा। इतना ही नहीं, ऑपरेशन सफल होने पर इन पायलटों को यूरोपीय संघ के देशों में बसने और सुरक्षा का पूरा भरोसा भी दिया गया था। एफएसबी ने यह भी बताया कि एक फोन कॉल के दौरान एक यूक्रेनी अधिकारी ने खुलासा किया कि यूक्रेनी शहरों की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम्स को तैनात किया गया है।

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