UPA की VP कैंडिडेट मार्गरेट अल्वा ने हिमंता बिस्वा सरमा से मांगा समर्थन, असम CM ने दिया ये जवाब

नई दिल्ली,

उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा समर्थन को लेकर खासी सक्रिय देखी जा रही हैं. शनिवार को उन्होंने बीजेपी शासित राज्य कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से भी बातचीत की है. इस संबंध में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट भी किया है.

जयराम रमेश ने कहा कि श्रीमती मार्गरेट अल्वा ने आज पं रविशंकर शुक्ल लेन में अपने कार्यालय में प्रचार अभियान को संभाल लिया है. उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए असम, कर्नाटक और दिल्ली के सीएम से बात की है. उनके लंबे राजनीतिक करियर और जुड़ाव को देखते हुए बातचीत बहुत सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण थी.

जयराम रमेश के ट्वीट को असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने रीट्वीट किया और कहा- मार्गरेट अल्वा जी ने आज सुबह मुझसे बात की. मैंने विनम्रता से उनसे कहा कि मैं इलेक्टोरल कॉलेज का सदस्य नहीं हूं. इसलिए उपराष्ट्रपति के चुनाव में मेरी कोई भूमिका नहीं है.

ये जवाबी ट्वीट का सिलसिला यहीं नहीं थमा. इस ट्वीट को मार्गरेट अल्वा ने भी रीट्वीट किया और कहा- VP चुनाव में अपने प्रचार अभियान के तहत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से संपर्क कर रही हूं. मिस्टर सरमा एक पुराने दोस्त हैं और हमने संसद में 30 साल तक साथ काम किया है. मुझे पता है कि निर्वाचक मंडल क्या होता है. हालांकि, हमारे बीच अच्छी बातचीत हुई.

बता दें कि एक दिन पहले अल्वा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर समर्थन मांगा था. अपने प्रचार अभियान के तहत अल्वा ने अब तक दिल्ली, कर्नाटक और असम के मुख्यमंत्रियों से भी संपर्क किया है और उनसे समर्थन मांगा है. मार्गरेट आल्वा कर्नाटक की रहने वाली हैं और वह राजस्थान, गोवा, उत्तराखंड और गुजरात की राज्यपाल रह चुकी हैं.

वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने केजरीवाल के साथ अल्वा की मुलाकात पर बयान दिया. पार्टी ने कहा कि अल्वा और केजरीवाल ने देश के मौजूदा राजनीतिक माहौल पर भी चर्चा की. अल्वा ने चुनाव में केजरीवाल से समर्थन मांगा. बता दें कि केजरीवाल पिछले रविवार को एनसीपी चीफ शरद पवार के आवास पर हुई 17 विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. इस बैठक में अल्वा की उम्मीदवारी पर फैसला किया गया था.

हालांकि, बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई थीं. उन्होंने बिना सलाह लिए अल्वा को उम्मीदवार घोषित करने पर आपत्ति जताई है और उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग से दूर रहने का फैसला लिया है. हालांकि, अल्वा ने ममता बनर्जी से भी समर्थन मांगा है. गौरतलब है कि एनडीए ने जगदीप धनखड़ को उम्मीदवार बनाया है. धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे. उन्होंने 18 जुलाई को पद से इस्तीफा दिया है.Live TV

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