गुजरात शराब कांड: न जी मिचलाया न उल्टी, आंखें भी ठीक…क्या केमिकल पीकर हुईं मौतें?

अहमदाबाद

गुजरात के बोटाद और अहमदाबाद जिले के रोजिद गांव में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो गई। 40 अन्य लोग अस्पताल में भर्ती हैं। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल हो गई है। जांच में हैरान कर देने वाली बात सामने आई है कि इन लोगों ने शराब नहीं बल्कि नशे के लिए एक केमिकल पिया था। इसी केमिकल के कारण लोगों की मौत हुई है। टीमें अब केमिकल के बारे में जानकारी जुटा रही है।

पुलिस महानिरीक्षक (भावनगर रेंज) अशोक कुमार यादव ने शाम को बोटाद सिविल अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि घटना की जांच करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक पद के अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा। मौतों की शुरुआत बोटाद के बरवाला तालुका के रोजिड गांव से हुई। गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया ने कहा कि पुलिस ने तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

वापस आते ही हुआ ब्रेन डेड
अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस के सूत्रों ने बताया कि धंधुका तालुका के आकरू, अनियारी और ऊंचडी गांव नाम के तीन गांवों में नकली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने बताया कि धंधुका के एक सरकारी अस्पताल से सूचना मिली कि एक व्यक्ति नभोई गया और शराब का सेवन किया। उसके बाद, वह ब्रेन डेड हो गया और सोमवार दोपहर को उसे भर्ती कराया गया। भर्ती होने पर उसका ब्लड शुगर गिरकर 36 हो गया और उसकी मृत्यु हो गई।

नहीं हुई कोई और परेशानी
पुलिस ने बताया कि हैरानी वाली बात है कि जिन भी लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत होने की बात कही है जा रही उनमें से किसी को भी उलटी होना, जी मिचलाना, पेट दर्द जैसी समस्या नहीं हुई। यहां तक कि आंखों की रोशनी पर भी कोई प्रभाव नहीं हुआ है, जबकि जहरीली शराब पीने, मेथेनॉल अल्कोहल के सेवन से ऐसा होता है। अधिकारी ने कहा कि हमें संदेह है कि लोगों को ज्यादा नशा देने के लिए देशी शराब में कोई दूसरा केमिकल मिलाया गया है। या फिर उन्होंने सीधे केमिकल पिया है।

भावनगर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) अशोक यादव ने कहा कि फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) और डॉक्टरों की एक टीम शराब की सामग्री की जांच कर रही है। हम एफएसएल और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि कर सकते हैं।

60,000 में खरीदा गया केमिकल!
वहीं पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े एक आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि पीड़ितों को सीधा केमिकल का पाउच घोलकर पिलाया गया। यह केमिकल ईमोस केमिकल कंपनी से निकाला गया था। इसमें कंपनी के मैनेजर जयेश उर्फ राजू की मिलीभगत भी सामने आ रही है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। कहा जा रहा है कि राजू ने अपने रिश्तेदार संजय को 60000 रुपये में यह केमिकल बेचा था।

आईजी अशोक यादव ने कहा कि पुलिस ने बरवाला थाना क्षेत्र के गांवों में शराब के ठेकों पर छापेमारी शुरू कर दी है और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। भावनगर के सर टी अस्पताल से डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की टीमों को मरीजों के इलाज के लिए आईसीयू एम्बुलेंस के साथ बोटाद भेजा गया है।

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