Air India के बाद अब इन कंपनियों को बेचने की तैयारी में सरकार, जानिए कौन है संभावित खरीदार

नई दिल्ली

एयर इंडिया के बाद केंद्र सरकार अब इसकी पुरानी सब्सिडियरीज को भी बेचने की तैयारी में है। सरकार ने एलाइंस एयर एविएशन, एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज और एआई एयरपोर्ट सर्विसेज की बिक्री पर काम करना शुरू कर दिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एलाइंस एयर के लिए एक क्लीन-अप एक्सरसाइज शुरू कर दी है। इसके साथ ही केंद्र अन्य दो सब्सिडियरीज की बिक्री को लेकर भी काम कर रही है। ऐसे में अगले कुछ महीनों में सरकार इन कंपनियों की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित कर सकती हैं। अधिकारियों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को यह जानकारी दी है।

एयर इंडिया में लगाई रकम की होगी रिकवरी
इन कंपनियों की बिक्री से सरकार को कुछ संसाधन जुटाने में मदद मिलेगी। साथ ही सरकार इस तरह एयर इंडिया को बेचने से पहले उसमें डाली कुछ रकम की वसूली भी कर पाएगी। इन तीन कंपनियों में से एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज के लिए संभावित खरीदारों से सबसे अधिक रुझान देखने को मिल सकता है। टाटा ग्रुप (Tकी एविएशन सेक्टर में बड़े विस्तार की योजना है और इसके बिक्री में रुचि लेने की उम्मीद है। बड़ी इंजीनियरिंग सब्सिडियरीज वाली कुछ दिग्गज एयरलाइंस टाटा ग्रुप के साथ संयुक्त रूप से मैंटेनेंस शॉप चलाना चाहती हैं।

एलाइंस एयर के पास है 19 टर्बोप्रॉप का बेड़ा
एलाइंस एयर  के पास वर्तमान में 19 टर्बोप्रॉप का बेड़ा है। इनमें 18 एटीआर और एचएएल का एक मेड-इन-इंडिया डोर्नियर शामिल है। यह मुख्य रूप से उत्तर व पूर्वोत्तर भारत में 50 डोमेस्टिक डेस्टिनेशंस पर 115 डेली डिपार्चर्स संचालित करता है। 800 कर्मचारियों वाली यह एयरलाइन सितंबर तक दो और एटीआर व एचएएल द्वारा निर्मित एक अन्य डोर्नियर अपने बेड़े में शामिल करेगी। यह क्षेत्रीय एयरलाइन एक इंटरनेशनल रूट चेन्नई से जाफना शुरू करने की योजना बना रहा है।

इंडियो और एयर इंडिया हैं संभावित ग्राहक
इंडिगो भारत में टर्बोप्रॉप का उपयोग करने वाली क्षेत्रीय उड़ानों का एकमात्र वित्तीय रूप से स्थिर ऑपरेटर है। इंडिगो और एयर इंडिया के अलावा अभी तक किसी अन्य भारतीय ऑपरेटर के पास एलाइंस एयर के लिए सफलतापूर्वक बोली लगाने की आवश्यक वित्तीय ताकत नहीं है। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

एयर इंडिया ने हाल ही में AIASL को दी थी चेतावनी
हवाईअड्डों पर सेवाएं प्रदान करने वाली ग्राउंड हैंडलिंग शाखा एआई एयरपोर्ट सर्विसेज (AIASL) अभी कुछ मुद्दों का सामना कर रही है। उड़ान में हो रही देरी के लिए एयर इंडिया ने हाल ही में एआईएएसएल को चेतावनी दी थी। एयर इंडिया ने चेतावनी थी कि वह कुछ एयरपोर्ट्स पर अन्य सेवा प्रदाताओं को चुन सकता है। एआईएएसएल को पहले से भारतीय एयरपोर्ट्स पर काम कर रहे ग्राउंड हैंडलर्स से कुछ रुचि मिल सकती है।

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