भोपाल,
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच शुक्रवार को भिड़ंत हो गई. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और शिवराज सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच धक्कामुक्की तक हो गई.भोपाल में सुबह से ही जिला पंचायत कार्यालय के बाहर हंगामा चल रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे. दरअसल कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से ठीक पहले पाला बदल लिया.
इसकी भनक लगते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा, आरिफ मसूद सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जिला पंचायत कार्यालय पहुंच गए और जमकर हंगामा किया.स्थिति उस समय और विस्फोटक हो गई जब शिवराज सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह और हुजूर से विधायक रामेश्वर शर्मा चुनाव के लिए सदस्यों को लेकर जिला पंचायत कार्यालय पहुंचे, जहां दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस नेता गाड़ी के सामने खड़े हो गए और मंत्री की गाड़ी को अंदर नहीं जाने दिया.
काफी देर तक हुआ हंगामा
इसी बीच बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा एक महिला सदस्य को जिला पंचायत दफ्तर के अंदर ले गए और उस दौरान उन्होंने अपना मुंह ढंक कर रखा था.काफी देर तक हंगामा ऐसे ही जारी रहा और इसी हंगामे के बीच ज़िला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव पूरा किया गया. आखिरकार नतीजे सामने आने के बाद हंगामा शांत हुआ और बीजेपी ने भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्ज़ा कर लिया. बीजेपी की रामकुंवर गुर्जर ने कांग्रेस की रश्मि भार्गव को हराकर भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया. रामकुंवर गुर्जर को 6 वोट मिले, वहीं रश्मि भार्गव को 4 वोट मिले.
‘यह तो कांग्रेस की बौखलाहट का प्रतीक’
इस घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘ऐसा अशोभनीय व्यवहार किसी पूर्व मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है. पुलिस अफसर का कॉलर पकड़ रहे हैं. कलेक्ट्रेट के गेट को धक्का देकर तोड़ने की कोशिश कर रहे है. लोकतंत्र में जय और पराजय चलती रहती है, लेकिन ऐसी बौखलाहट कि आप पुलिस अफसर का कॉलर पकड़ें, यह अधिकार आपको किसने दिया? मुझे आश्चर्य है कि कोई व्यक्ति दस साल तक मुख्यमंत्री रहकर ऐसी प्रतिक्रिया दे! यह तो कांग्रेस की बौखलाहट का प्रतीक है. जमीन खिसक गई, तो गालियां दो, कॉलर पकड़ो, मैं इसकी घोर निंदा करता हूं’