रतलाम,
मध्य प्रदेश के रतलाम में स्वशासी मेडिकल कॉलेज में जूनियर्स के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है. इस मामले का वीडियो भी वायरल हुआ है. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने दोषी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है. फिलहाल पूरा मामला कॉलेज की अनुसाशन समिति के पास है. रैंगिंग करने वाले दस छात्रों के खिलाफ शिकायत हुई थी, जिसमें से 5 छात्रों की पहचान कर ली गई है.
रतलाम मेडिकल कॉलेज में जूनियर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग का वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया. वीडियो में मेडिकल कॉलेज के जूनियर स्टूडेंट्स लाइन में सिर झुकाए खड़े दिख रहे हैं. इस दौरान कुछ सीनियर्स लगातार थप्पड़ मारते आ रहे हैं. जूनियर चुपचाप खड़े हैं. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामले की शिकायत की गई. थप्पड़ मारने वाले विद्यार्थियों की दबंगई साफ दिख रही है.
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज के वार्डन डॉ. अनुराग जैन पर सीनियर्स ने बोतल भी फेंकी है. उनके साथ विद्यार्थियों ने अभद्र व्यवहार भी किया है. मेडिकल कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी बनाई गई है, लेकिन उसकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लग गया है.
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता फिलहाल रतलाम से बाहर हैं. उनके आने के बाद अनुशासन समिति की एक बैठक ओर होगी. संभावना है कि दोषी छात्रों के खिलाफ एफआईआर कराई जा सकती है. उन्हें 6 माह के लिए कॉलेज से निकाला जा सकता है. कॉलेज के डीन डॉ. गुप्ता ने फोन पर बताया कि घटना का वीडियो सामने आया है. सीनियर स्टूडेंट्स जूनियर के साथ मारपीट कर रहे हैं. पता चला है कि वार्डन पर भी उन्होंने बोतल फेंकी है. अभद्र व्यवहार किया है. इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी. रैगिंग करने वाले छात्रों की पहचान कर उन्हें कॉलेज से निकाल दिया जाएगा. जीरो रैगिंग जोन बनाया जाएगा.
मेडिकल कॉलेज अनुशासन समिति के प्रभारी डॉ. जगदीश हुन्डेकरी ने कहा कि समिति ने सभी दोषी छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की है. अब कॉलेज प्रबंधन दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि रैगिंग पूरी तरह से बैन है, फिर भी ऐसी शिकायत आई है तो उस पर जांच के बाद कार्रवाई होगी.