लखनऊ
लोकसभा में सोमवार को महंगाई पर चर्चा हुई तो कई मसले उठे। इसमें एक मामला बच्ची के पत्र का भी उठा। एक बच्ची ने पिछले दिनों पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से महंगाई की शिकायत की। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि अब एक बच्ची भी महंगाई से पीड़ित है। उन्होंने लोकसभा में चर्चा के दौरान बच्ची की चिट्ठी को पढ़कर सुनाया। इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन का भी जवाब सामने आया है। पहले तो उन्होंने कहा कि बच्ची की पेंसिल पर अभी जीएसटी में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। वहीं, यह भी कहा कि बच्ची को पीएम नरेंद्र मोदी से उम्मीद है, इसलिए पत्र लिखा है। उनके पिता ने बच्ची की चिट्ठी को प्रधानमंत्री को भेज दिया है। जवाब का इंतजार अभी हो रहा है। लेकिन, यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा की बहस का हिस्सा बन गया।
बच्ची ने पत्र में क्या लिखा?
उत्तर प्रदेश के कन्नौजी के छिबरामऊ की रहने वाली 5 वर्षीय खुशी दुबे की चिट्ठी खासी वायरल है। पीएम मोदी को लिखी इस चिट्ठी में खुशी ने प्रधानमंत्री से मासूम सवाल किए हैं। उन्होंने लिखा है कि मेरा नाम कृति दुबे है। मैं कक्षा 1 में पढ़ती हूं। मोदीजी, आपने बहुत अधिक महंगाई कर दी है, यहां तक कि मेरी पेंसिल और रबर (इरेजर) भी महंगी कर दी और मैगी के दाम भी बढ़ा दिए हैं। अब मेरी मां पेंसिल मांगने पर मारती है, मैं क्या करूं? बच्चे मेरी पेंसिल चोरी कर लेते हैं।
सुप्रिया सुले ने सदन में पढ़ी बच्ची की चिट्ठी
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने सदन में बच्ची की चिट्ठी को पढ़ा। उन्होंने महंगाई के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। सुप्रिया सुले ने कहा कि अब एक छोटी सी बच्ची के जीवन को महंगाई प्रभावित कर रही है। सुप्रिया सुले ने अपने भाषण में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सुषमा जी कहा करती थीं कि आम आदमी को आंकड़ों की भाषा समझ नहीं आती है। वो समझते हैं तो बस ये कि उनकी जेब से कितना पैसा निकल रहा है।
वित्त मंत्री ने दिया जवाब
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने संसद में महंगाई पर हुई चर्चा का बिंदुवार जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने सुप्रिया सुले की ओर से बच्ची के पेंसिल और रबर की महंगाई के मसले पर भी जवाब दिया। इस संबंध में उन्होंने कहा कि पेंसिल और रबर पर अभी जीएसटी की दर में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। खाद्यान्न पर जीएसटी मामले में निर्मला सीतारमन ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक के दौरान तमाम सदस्यों ने इस पर कोई आपत्ति नहीं की। जीएसटी काउंसिल के निर्णय को ही लागू किया गया। साथ ही, उन्होंने कहा कि बच्ची ने प्रधानमंत्री को पत्र इसलिए लिखा, क्योंकि उसे भरोसा है कि वे कार्रवाई करेंगे। एक बच्ची भी अपने प्रधानमंत्री पर भरोसा कर रही है, उसकी चिट्ठी उन तक पहुंचेगी और वे इस पर उचित जवाब देंगे।
यूपी सरकार ने तो कर दी कार्रवाई
खुशी दुबे का पत्र वायरल होने के मामले में यूपी सरकार ने कार्रवाई भी कर दी। भले ही केंद्रीय वित्त मंत्री कह रही हों कि पेंसिल और रबर पर जीएसटी अभी नहीं बढ़ाया गया है, यूपी सरकार ने बच्चों को ड्रेस और स्टेशनरी मद में मिलने वाली राशि में बढ़ोत्तरी कर दी । सीएम योगी आदित्यनाथ ने डीबीटी के माध्यम से 1.91 करोड़ बच्चों के अभिभावकों के खातों में 1200-1200 रुपये भेजे। पहले यह राशि 1100 रुपये थी। 100 रुपये की राशि स्टेशनरी मद में बढ़ाए जाने की बात सरकार की ओर से की गई है।