वॉशिंगटन
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर टिप्पणी की है। मंगलवार को उन्होंने इस यात्रा के बहाने पेलोसी पर प्रहार जारी रखा। पेलोसी की इस ताइवान यात्रा के बाद चीन भड़का हुआ है। जहां रिपब्लिकन पार्टी के दूसरे नेता पेलोसी का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं ट्र्ंप ने उनके इस कदम को पागलपन करार दिया है। ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल पर इस दौरे को लेकर प्रतिक्रिया दी।
नैंसी को कहा पागल
ट्रंप ने लिखा, ‘ये पागल नैंसी पेलोसी ताइवान में क्या कर रही है। ये हमेशा मुश्किल पैदा करती हैं। ये कुछ भी ठीक से नहीं कर पाईं। इनसे दो बार के महाभियोग प्रयास भी ढंग से नहीं हो पाए थे।’ पेलोसी मंगलवार को रात 10 बजकर 30 मिनट पर ताइवान पहुंची थीं। वो 25 साल बाद अमेरिका की पहली ऐसी स्पीकर हैं जो ताइवान के दौरे पर गईं। ट्रंप और पेलोसी की कभी एक दूसरे से नहीं बनी थी।
ट्रंप, अमेरिका के इतिहास के पहले ऐसे राष्ट्रपति थे जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग लाया गया था। रिपब्लिकन पार्टी ने हमेशा ही पेलोसी का विरोध किया है लेकिन वो उनकी इस यात्रा के समर्थन में खड़े नजर आए। सीनेट की माइनॉरिटी लीडर मिच मैककॉनेल के साथ 25 और सीनेट रिपब्लिकंस ने उस बयान पर साइन किए हैं जिसमें ताइवान यात्रा को लेकर पेलोसी की तारीफ की गई है। ट्रंप की टिप्पणी पर अभी तक पेलोसी के प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया है।
पेलोसी चीन की धमकियों को नजरअंदाज करती हुईं, ताइवान पहुंच गईं और उन्होंने वहां की संसद को भी संबोधित कर डाला। जिस तरह से शॉन्गशन एयरपोर्ट पर पेलोसी का स्वागत किया गया, वो चीन का खून जलाने वाला था। बुधवार को पेलोसी ने जिनपिंग को ताइवान की संसद से साफ संदेश दिया कि अमेरिका ने 43 साल पहले ताइवान के साथ खड़े रहने का जो वादा किया था, वो उस पर आज भी अडिग है।
संसद को संबोधित करने से पहले पेलोसी ने ट्वीट किया था। पेलोसी को ताइवान में सम्मानित किया जाने वाला है। पेलोसी ने भी ताइवान को आगे बढ़ने वाला लोकतंत्र करार दिया है। उन्होंने कहा कि ताइवान ने दुनिया को वो उम्मीद, साहस और दृढ़ विश्वास दिया है जो चुनौतियों के बाद भी एक शांतिपूर्ण और समृद्ध देश बनाने के लिए जरूरी है।