बर्मिंघम,
कॉमनवेल्थ गेम्स में 2022 भारतीय रेसलर्स का जलवा देखने को मिला है. बर्मिंघम में चल रहे गेम्स के आठवें चार-चार भारतीय रेसलर्स फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. फाइनल में पहुंचने वाले रेसलर्स में बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया, साक्षी मलिक और अंशु मलिक के नाम शामिल हैं. यहीं नहीं मोहित ग्रेवाल और दिव्या काकरान ब्रॉन्ज मेडल मैच में जगह बना चुकी हैं.
♦ अंशु मलिक का वूमेन्स 57 किलो भारवर्ग के फाइनल में सामना नाइजीरिया की ओडुनायो फोलासाडे से था लेकिन अंशु अपना बेस्ट प्रदर्शन नहीं कर पाईं और उन्हें 3-7 से हार का सामना करना पड़ा है. अंशु ने आखिरी सेकेंड्स में कुछ अंक जुटाकर वापसी की कोशिश की लेकिन वह पर्याप्त नहीं था. अब अंशु को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा है. उधर ओडुनायो का यह लगातार तीसरा गोल्ड मेडल रहा.
ऐसा रहा चारों रेसलर्स के फाइनल का सफर
बजरंग पूनिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलो भारवर्ग प्रतिस्पर्धा के सेमीफाइनल में बजरंग ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर से इंग्लैंड के जॉर्ज राम को 10-0 से हराया. इससे पहले बजरंग ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मॉरीशस के जीन गुइलियान जोरिस बंडो और प्री-क्वार्टरफाइनल में नौरु के लोए बिंघम को आसानी से मात दी थी.
दीपक पूनिया की बात करें तो उन्होंने 86 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में कनाडा के अलेक्जेंडर मूरे को 3-1 से मात देकर फाइनल तक का सफर तय किया. इससे पहले उन्होंने अंतिम-8 में सिएरा लियोन के शेकू कासेगबामा को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 10-0 से मात दी. जबकि प्री-क्वार्टरफाइनल में वह न्यूजीलैंड के मैथ्यू ऑक्सेनहम पर हावी रहे.
रियो ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने वूमेन्स 62 किलो भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड की केल्सी बार्न्स को तकनीक श्रेष्ठता के आधार पर हराया था. बाद में साक्षी ने सेमीफाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर कैमरून की एटेन नोगोले 10-0 से शिकस्त दी.
वहीं अंशु मलिक ने महिला फ्रीस्टाइल के 57 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता (10-0) के आधार पर श्रीलंका की नेथमी पोरुथोटेज को हराया. जगह बना ली है. उससे पहले अंशु ने क्वार्टर फाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के ही आधार पर ऑस्ट्रेलिया की आइरीन सिमोनिडिस के खिलाफ 10-0 से जीत दर्ज की.
दिव्या-मोहित फाइनल में पहुंचने से चूके
दिव्या काकरान वूमेन्स 68 किलो भारवर्ग में नाइजीरिया की ओबोरुडुडु ब्लेसिंग क्वार्टरफाइनल में ही हार गई. लेकिन बाद में ब्लेसिंग फाइनल में पहुंच गईं जिसके चलते दिव्या को रेपचेज राउंड खेलने का मौका मिला. मोहित ग्रेवाल (125 किलो) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद वह कांस्य पदक के मुकाबले में उतर रहे हैं.Live TV