ताइपे
ताइवान के रक्षा मंत्रालय की रिसर्च एंड डेवलेपमेंट यूनिट के डेप्युटी हेड शनिवार सुबह एक होटल के कमरे में मृत पाए गए हैं। ताइवान की सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई है। सैन्य स्वामित्व वाले नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के उप प्रमुख ओ यांग ली-हिंग की दक्षिणी ताइवान में एक होटल के कमरे में मौत हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि 57 साल के ओ यांग की मौत का कारण हार्ट अटैक था और ‘घुसपैठ’ के कोई निशान नहीं पाए गए हैं।
सीएनए के मुताबिक उनके परिवार ने कहा कि उन्हें हार्ट की बीमारी थी। ओ यांग देश के दक्षिणी प्रांत पिंगटुंग में एक बिजनस ट्रिप पर गए थे। उन्होंने मिसाइल प्रोडक्शन प्रोजेक्ट्स की निगरानी के लिए इस साल की शुरुआत में पद ग्रहण किया था। सेना की संस्था इस साल अपनी वार्षिक मिसाइल उत्पादन क्षमता को दोगुना से अधिक, 500 के करीब, करने के लिए काम कर रही है। द्वीप इस वक्त चीन की ओर से धमकियों और सैन्य खतरे का सामना कर रहा है।
जापान के इलाके में गिरीं चीन की मिसाइलें
ताइवानी रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी की आकस्मिक मौत इसलिए चर्चा में है क्योंकि देश की सेना इस वक्त अलर्ट मोड में है। पड़ोसी देश चीन ताइवान को घेरकर अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास कर रहा है। गुरुवार को चीन की तरफ से दागी गईं पांच बैलिस्टिक मिसाइलें जापान के इलाके में भी गिरीं। जापान के रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए चीन की कार्रवाई की निंदा की। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा कि ताइवान को लक्षित करके चीन की ओर से किया जा रहा सैन्य अभ्यास और जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में मिसाइलों का गिरना ‘उकसावे’ का प्रतीक है और चीन को अपने कदम वापस खींचने चाहिए।
उकसावे की कार्रवाई नहीं थी पेलोसी की यात्रा
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से खफा चीन ने सैन्य अभ्यास शुरू किया है। चीन स्वशासित द्वीप ताइवान को अपना हिस्सा होने का दावा करता है। ब्लिंकन ने कहा, ‘मैंने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि हमने सार्वजनिक तौर पर और प्रत्यक्ष तौर पर चीनी विदेश मंत्री के साथ हाल के दिनों में कहा है कि उन्हें (पेलोसी की) यात्रा को युद्ध और उकसावे की कार्रवाई के तौर पर नहीं देखना चाहिए, क्योंकि उन्होंने जो कुछ किया है उसे न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। मैंने इस तरह की (सैन्य) कार्रवाई समाप्त करने का आग्रह किया है।’