नई दिल्ली,
अगर आप भी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े हुए हैं, तो आपके लिए बड़ी खबर है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि करीब 28 करोड़ पीएफ खाताधारकों का डाटा ऑनलाइन लीक हो गया है. इनमें आधार से लेकर बैंक अकाउंट तक की डिटेल शामिल हैं.
दो IP एड्रेस पर डाटा लीक
यूक्रेन के साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर बॉब डियाचेंको ने ये बड़ा दावा दिया है, जो पीएफ खाताधारकों को बेहद चौंकाने वाला है. इस संबंध में जारी रिपोर्ट में बताया गया कि बीते 2 अगस्त को डियाचेंको ने पता लगाया कि दो अलग-अलग आईपी एड्रेस के तहत अगस्त की शुरुआत में पीएफ खाताधारकों का डाटा लीक हुआ है. जहां एक आईपी एड्रेस में 28,04,72,941 खाताधारकों के रिकॉर्ड सार्वजनिक किए गए, जबकि दूसरे आईपी एड्रेस में 83,90,524 खाताधारकों का रिकॉर्ड लीक किया गया है.
UAN नंबर से लेकर ये डिटेल
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के खाताधारकों का जो डाटा ऑनलाइन सार्वजनिक किया गया. उसमें खाताधारक का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN), नाम, आधार डिटेल (Aadhaar Details), बैंक अकाउंट नंबर (Bank Account Number) और यहां तक कि नॉमिनी की डिटेल भी साझा की गई. रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ता ने बताया कि दोनों IP एड्रेस Azure-होस्टेड और भारत-आधारित थे. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन लीक हुए डाटा की समीक्षा के बाद, मुझे एहसास हो गया कि मैंने कुछ बड़ा और जरूरी देखा है.
शोधकर्ता ने Tweet कर दी जानकारी
रिपोर्ट के मुताबिक, डियाचेंको ने दावा किया इतनी बड़ी संख्या में भारतीयों के पीएफ खाते (PF Account) का डाटा लीक होने की पुष्टि होते ही शोधकर्ता ने एक ट्वीट (Tweet) में इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम को टैग कर डाटा लीक की जानकारी दी. CERT-In ने उनके ट्वीट का जवाब दिया और उनसे ईमेल में हैक की रिपोर्ट देने को कहा.
दोनों आईपी एड्रेस से Data गायब
डियाचेंको के ट्वीट के 12 घंटे के भीतर दोनों आईपी एड्रेस से डिटेल हटा ली गई. यूक्रेन के शोधकर्ता ने कहा कि अब दोनों आईपी एड्रेस के पते हटा लिए गए हैं और कोई भी डाटा मौजूद नहीं है. रिपोर्ट में डियाचेंको के हवाले से कहा गया कि बीते 3 अगस्त तक इस डाटा के संबंध में किसी भी एजेंसी या कंपनी से कोई जवाब नहीं मिला था.