इस्लामाबाद
पाकिस्तान में फिर से सत्ता में वापसी की कोशिशों में लगे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सेना प्रमुख जनरल बाजवा की ओर से चौतरफा झटका लगा है। इमरान खान के लाडले कहे जाने वाले पूर्व आईएसआई चीफ जनरल फैज हामिद को मात्र 10 महीने में ही अफगान सीमा को देखने वाली पेशावर की कोर के कमांडर के पद से हटाकर बहावलपुर का कोर कमांडर बना दिया। जनरल फैज ही तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों के साथ बातचीत कर रहे थे जो अब लगभग फेल होने की कगार पर पहुंच गई है। यही नहीं पाकिस्तानी सेना के इशारे पर ही इमरान खान के करीबी टीवी चैनल एआरवाई के प्रसारण को भी रोक दिया गया है।
दरअसल, पाकिस्तान में सत्ता में वापसी की जुगत में लगे इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने सोशल मीडिया में पाकिस्तानी सेना प्रमुख के खिलाफ जोरदार अभियान छेड़ रखा था। पाकिस्तान में बाजवा देशद्रोही हैशटैग पिछले कई दिनों से ट्रेंड कर रहा है। पाकिस्तानी पत्रकार हमजा अजहर सलाम का मानना है कि जनरल फैज हामिद का ट्रांसफर और एआरवाई चैनल का प्रसारण बंद किया जाना यह दर्शाता है कि इमरान खान को लेकर पाकिस्तानी सेना का धैर्य अब टूट रहा है। खासतौर पर तब जब इमरान खान की पार्टी पाकिस्तानी सेना के अंदर विद्रोह को खुलेआम भड़का रही है।
इमरान खान को चुनाव लड़ने से अयोग्य होंगे घोषित!
पत्रकार हमजा ने कहा, ‘अगर पीटीआई ने अपनी नारेबाजी में टोन को कम नहीं किया कि तो पार्टी को प्रतिबंधित किया जा सकता है या इमरान खान को ही चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जा सकता है।’ इस बीच शहबाज सरकार ने पाकिस्तानी सेना के एक कोर कमांडर की कथित हेलिकॉप्टर हादसे में मौत के बाद सेना के खिलाफ दुष्प्रचार करने की जांच के लिए एक जांच कमिटी की गठन किया है। इस जांच को एफआईए जांच करेगी और आईएसआई उसमें सहयोग करेगी।
ऐसे आरोप हैं कि इमरान खान की पार्टी कोर कमांडर की मौत के बहाने सेना को निशाना बना रही थी। इसके लिए सोशल मीडिया में ट्रेंड चलाए जा रहे थे। यही नहीं न्यायपालिका के खिलाफ भी सोशल मीडिया में कई ट्रेंड चलाए गए। जांच दल यह देखेगा कि देश की छवि को किसने बर्बाद करने की कोशिश की। ऐसे तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। पीएम शहबाज शरीफ ने इस दुष्प्रचार के खिलाफ गहरी चिंता जताई थी।