लखनऊ,
कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के हर खिलाड़ी को उत्तर प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी. प्रदेश की खेल नीति के अनुसार पदक विजेताओं को अतिरिक्त सम्मान और नौकरी भी मिलेगा. इसके साथ ही कांस्य पदक जीतने वाली मुजफ्फरनगर की दिव्या काकरान को भी यूपी सरकार की तरफ से 50 लाख की राशि मिलेगी.
दरअसल, दिव्या काकरान दिल्ली से खेलती है लेकिन दिल्ली सरकार ने उन्हें यूपी का बताकर पल्ला झाड़ लिया था. इसके बाद योगी सरकार आगे आई और उसने दिव्या काकरान को सम्मानित करने का ऐलान किया है. कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए कुश्ती में कांस्य जीतने वालीं दिव्या काकरान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री से मदद मांगी थी.
इस पर AAP के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा था, ‘बहन, पूरे देश को आप पर गर्व है, लेकिन मुझे याद नहीं आता कि आप दिल्ली की तरफ से खेलती हैं, आप हमेशा उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलती आईं हैं, लेकिन खिलाड़ी देश को होता है, योगी आदित्यनाथ जी से आप को सम्मान की उम्मीद नहीं है, मुझे लगता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आपकी बात जरूर सुनेंगे.’
दिव्या काकरान के इस ट्वीट के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार ने दिव्या काकरान को सम्मान देने में आनाकानी की थी, तो उत्तर प्रदेश सरकार आगे आई और दिव्या को 50 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग देने का ऐलान किया है.
इस पर दिव्या काकरान ने सबूत पेश करते हुए दावा किया कि वे दिल्ली के लिए 2011 से 2017 के बीच भी दिल्ली की तरफ से खेली हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘2011 से 2017 तक मैं दिल्ली से खेलती थी. ये रहा सर्टीफिकेट दिल्ली स्टेट का. अगर आपको अभी भी यकीन नहीं तो दिल्ली स्टेट से 17 गोल्ड हैं मेरे. वो सर्टीफिकेट भी अपलोड करूं.’