नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया है कि चुनावी मौसम के दौरान राजनीतिक दलों की ओर से मुफ्त उपहार का वादा ‘एक गंभीर मुद्दा’ है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। ‘रेवड़ी कल्चर’ को सुप्रीम कोर्ट ने भी गंभीर मुद्दा माना है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने मुफ्त सौगात देने का वादा करने वाले राजनीतिक दलों की मान्यता रद्द करने पर कहा कि का यह विचार अलोकतांत्रिक है। कल्याणकारी योजनाओं और मुफ्त के रेवड़ी कल्चर दोनों में कितना अंतर है इसको लेकर विवाद है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी इस बारे में सुझाव मांगे गए हैं। इन सबके बीच यदि राजनीतिक दलों के चुनावी वादों पर गौर किया जाए जिसमें स्कूटी, स्मार्टफोन, मिक्सर, साइकिल, मुफ्त राशन, गैस कनेक्शन, किसानो के खाते में रूपये और महिलाओं के खाते में रुपये, क्या इसे कल्याणकारी योजनाओं में शामिल किया जा सकता है। चुनाव के दौरान अब कई राजनीतिक दल कई राज्यों में धीरे- धीरे स्कूटी, लैपटॉप, स्मार्टफोन, फ्री बिजली, जैसे कई वादे कर रहे हैं।
साउथ का मॉडल अब छूट गया पीछे
चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों की ओर से वादे करना कोई नई बात नहीं है। पहले भी वादे किए जाते थे लेकिन वो बिजली, पानी तक ही सीमित था। रही बात इसके शुरुआत की तो देखा जाए तो साउथ के राज्यों में इस तरह का चलन पहले आया। एनटी रामाराव के जमाने में आंध्र में 2 रुपये किलो चावल की घोषणा हुई तो तमिलनाडु में एक कदम आगे बढ़कर राजनीतिक दलों ने वादा किया। तमिलनाडु में प्रेशर कुकर, मिक्सर ग्राइंडर, मंगल सूत्र, देने की घोषणा हुई। लेकिन अब यह वहीं तक सीमित नहीं रहा। इससे भी एक कदम आगे बढ़कर यूपी और पंजाब में पिछले चुनाव में राजनीतिक दलों ने वादा किया। बात फ्री स्कूटी तक जा पहुंची। हालांकि इसकी चर्चा दिल्ली में भी है। दिल्ली में फ्री बिजली पानी के बाद महिलाओं को फ्री बस में सवारी और दूसरे कई लाभ मिल रहे हैं।
वॉशिंग मशीन, केबल कनेक्शन, फ्री इंटरनेट… वादों की बौछार
तमिलनाडु में पिछले विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके और डीएमके दोनों ही दलों की ओर से एक से बढ़कर एक चुनावी वादे मतदाताओं को लुभाने के लिए किए गए। AIADMK ने वॉशिंग मशीन, केबल कनेक्शन, फ्री में सोलर गैस स्टोव, हर परिवार को 6 गैस सिलिंडर फ्री, कॉलेज स्टूडेंट को एक साल के लिए 2 जीबी फ्री इंटरनेट का वादा किया तो वहीं डीएमके ने सरकारी स्कूल और कॉलेज के छात्रों को फ्री में टैबलेट देने, गैस सिलिंडर पर 100 रुपये की कटौती समेत कई वादे किए गए। हालांकि चुनावी वादे के मामले में यूपी और पंजाब में राजनीतिक दलों एक कदम आगे बढ़ गए।
यूपी में स्कूटी देने का वादा, कोई नहीं रहा पीछे
कांग्रेस की ओर से पंजाब और यूपी चुनाव के दौरान कई वादे किए गए। पंजाब में कांग्रेस की ओर से मुफ्त में 8 सिलिंडर, 12 वीं पास लड़की को 20 हजार, 10 वीं पास को दस हजार, कॉलेज जाने वाली लड़की को स्कूटी देने का वादा किया गया। वहीं यूपी के लिए 12 वीं पास लड़कियों को स्मार्ट फोन, कॉलेज जाने वाली लड़की को स्कूटी देने का वादा किया गया। वहीं समाजवादी पार्टी ने 300 यूनिट फ्री बिजली का वादा किया। वहीं यूपी में बीजेपी की ओर से भी फ्री स्कूटी और लैपटॉप का वादा किया गया।
दिल्ली- पंजाब में AAP की ओर से क्या दिया जा फ्री
रेवड़ी कल्चर की बात पीएम मोदी की ओर से उठाए जाने के बाद इसका सबसे अधिक विरोध आम आदमी पार्टी की ओर से किया गया। सुप्रीम कोर्ट में भी आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया कि लोक कल्याणकारी योजनाओं और फ्री स्कीम दोनों में फर्क है। इस वक्त आम आदमी पार्टी की दिल्ली और यूपी में सरकार है। दिल्ली में जहां सभी को 200 यूनिट फ्री बिजली है साथ ही प्रत्येक परिवार को 20 हजार लीटर फ्री पानी की सुविधा दी जा रही है। इसके साथ ही दिल्ली की बसों में महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा है। साथ ही सरकारी स्कूल और हॉस्पिटल में फ्री में इलाज और पढ़ाई की सुविधा है। वहीं इसके साथ ही पंजाब में 300 यूनिट की चुनाव के दौरान घोषणा की गई थी जिसे लागू कर दिया गया। वहीं हर महिला को एक हजार रुपये दिए जाने का ऐलान किया गया है जिस पर करीब 17 हजार करोड़ का खर्च आएगा।
AAP के रास्ते पर कांग्रेस, हिमाचल के लिए देखिए वादा
राजस्थान की 1 करोड़ 33 लाख महिलाओं को अब राज्य सरकार की ओर से जल्द ही स्मार्टफोन मिलने वाला है। 3 साल की कनेक्टिविटी और मुफ्त इंटरनेट डाटा भी मिलेगा। इस साल बजट घोषणा के समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में घोषणा की थी। अब राज्य सरकार ने स्मार्ट मोबाइल खरीदने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। इसके लिए 7500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया जा चुका है। वहीं आम आदमी के नक्शे कदम पर चलते हुए कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव के लिए हर घर मुफ्त बिजली का वादा किया है। कांग्रेस ने सत्ता में आने पर 18 से 60 साल की आयु की महिलाओं को 1500 रुपये हर महीने वित्तीय सहायता की घोषणा की है।