नई दिल्ली
पिछले काफी समय से दुनियाभर में इस बात की चर्चा है कि चीन के कई बड़े कारोबार संकट में हैं। इसी बीच चीन की दिग्गज टेक कंपनी अलीबाबा के बारे में जो रिपोर्ट्स आई यहीं वे काफी डरावनी हैं। जानकारी के मुताबिक अलीबाबा ने जून तिमाही में अपने करीब 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इतना ही नहीं यह आंकड़ा इस पूरे साल का 13 हजार से अधिक पहुंच गया है।
छह महीने में 13 हजार से अधिक कर्मचारी बेगाने!
दरअसल, साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक जून तिमाही के दौरान 9241 से अधिक कर्मचारियों ने अलीबाबा को छोड़ दिया क्योंकि कंपनी ने खुद अपने कुल कर्मचारियों की संख्या को घटाकर 2,45,700 कर दिया। इसका साफ-साफ मतलब हुआ कि या तो कंपनी ने इनको निकाला या फिर नोटिस दिया। इतना ही नहीं इस साल के पहले छह महीनों में कंपनी ने कुल 13,616 कर्मचारियों को निकाल दिया है।
अलीबाबा के चेयरमैन ने दिए अपने तर्क
मार्च 2016 के बाद से कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में पहली बार गिरावट आई है। हालांकि अब कंपनी इस पर अपना तर्क भी दे रही है। रिपोर्ट के मुताबिक अलीबाबा के चेयरमैन और सीईओ डेनियल झांग योंग ने कहा कि कंपनी इस साल करीब 6000 नए यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट्स को अपने हेडकाउंट में जोड़ेगी। वहीं एक्सपर्ट्स यह आशंका जता रहे हैं कि सेल्स में कमी और चीन में आर्थिक सुस्ती की वजह से यह कदम उठाया गया है। फिलहाल अब यह देखना होगा कि मामला कितना आगे बढ़ता है।
क्या है असली वजह, आंकड़ों से समझें
कुछ रिपोर्ट्स में अलीबाबा के वर्तमान तथ्यों की भी पड़ताल की गई। अलीबाबा की जून तिमाही में नेट इनकम 50 फीसदी की गिरावट के साथ 22.74 अरब युआन (3.4 अरब डॉलर) रही। पिछले साल इस क्वार्टर में कंपनी की इनकम 45.14 अरब युआन रही थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी अपने खर्च में कटौती और एफिशियंसी बढ़ाने पर काम कर रही है। इन सबसे भी कंपनी की परफॉरमेंस पर असर पड़ा है।
फाउंडर जैक मा पर चीनी सरकार की टेढ़ी नजर!
बता दें कि अलीबाबा के फाउंडर जैक मा हैं। वे पिछली बार तब चर्चा में आए थे चीन सरकार के खिलाफ एक टिप्पणी के चलते उन्हें नुकसान उठाना पड़ा था। इतना ही नहीं उधर पिछले काफी समय से चीनी रेगुलेटर टेक कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। यही वजह है कि जैक मा अपनी कुछ वोटिंग पावर एंट के अधिकारियों को देकर अपना नियंत्रण छोड़ सकते हैं।