नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी सार्वजनिक जगहों पर मास्क अनिवार्य कर दिया है. इतना ही नहीं मास्क न पहनने पर पकड़े जाने पर 500 रुपए का जुर्माना भी देना होगा. समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, निजी कार में सवार लोगों को मास्क न पहनने पर यह जुर्माना नहीं देना होगा.
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है. यहां पिछले 24 घंटे में 2146 केस मिले हैं. जबकि 8 लोगों की जान कोरोना से गई है. यह करीब 180 दिन में सबसे ज्यादा है. इससे पहले 13 फरवरी को राजधानी में कोरोना से 12 लोगों की मौत हुई थी.
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के 2,495 केस मिले थे. पॉजिटिविटी रेट 15.41% था. जबकि 6 लोगों की मौत हुई थी. इससे पहले 21 जनवरी को दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 18.04% था. दिल्ली में कोरोना से अगस्त में ही 40 लोग जान गंवा चुके हैं. यह जुलाई के आखिरी 10 में हुई मौतों का करीब 3 गुना है. जुलाई के आखिर 10 दिन में 14 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी.
दिल्ली में ऐसे बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
दिल्ली में 1 अगस्त को दो, 2 अगस्त को तीन, 3 अगस्त को पांच, 4 अगस्त को चार, 5 अगस्त को दो, 6 अगस्त को एक, 7 अगस्त को दो. 8 अगस्त को छह, 9 अगस्त को सात और 10 अगस्त को आठ लोगों की मौत हुई. वहीं, 22 जुलाई से 31 जुलाई तक कोरोना से 14 लोगों की मौत हई थी. दिल्ली में अब तक कोरोना से 26,351 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में पिछले 1 हफ्ते से तेजी से कोरोमना के केस बढ़े हैं. साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है.
क्यों बढ़ रहे कोरोना के केस?
दिल्ली में ओमाइक्रोन के BA.4 और BA.5 सब वैरिएंट के केस मिले हैं. यह काफी तेजी से संक्रमण फैलाते हैं. BA.5 ओमिक्रॉन के किसी भी वैरिएंट से सबसे ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला है. हाल ही में एक रिसर्च में सामने आया था कि BA.5 दूसरे वेरिएंट्स की तुलना में आसानी से फैलता है. इतना ही नहीं यह हर जगह फैला हुआ है, किसी को भी संक्रमित कर सकता है, चाहें आप वैक्सीन लगवा चुके हों, बूस्टर शॉट ले चुके हों या कोरोना संक्रमित हो चुके हों
100 में से 17 कोरोना पॉजिटिव!
दिल्ली में पिछले दो दिनों से कोविड जांच कराने वाले हर 100 में से औसतन 15 से 17 लोगों में संक्रमण पाया गया है। पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर में इजाफा दर्ज होने के बावजूद आम लोग इसको लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। हालत यह है कि लोग न तो मेट्रो में मास्क लगा रहे हैं, न भीड़भाड़ वाले बाजार में और न ही बसों में। न दूरी का ख्याल है अब और न ही चेहरे पर मास्क है। ऊपर से सेल्फ किट से घर में ही अपनी जांच कर रहे हैं, पॉजिटिव आने पर उसे ऐप में अपलोड भी नहीं कर रहे हैं। लापरवाही इस हद तक है कि पॉजिटिव आने पर भी 7 दिनों के आइसोलेशन में नहीं रह रहे हैं मरीज। इस वजह से दिल्ली में कोविड का संक्रमण बढ़ता जा रहा है।