बांदा
बांदा में हुए नाव हादसे से ठीक पहले का वीडियो सामने आया है। तेज हवाओं और यमुना की लहरों से लड़ती पतवार वाली नाव इसमें दिख रही है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि नाव से नाविक का नियंत्रण पूरी तरह से हट गया है और नाव हवा की दिशा में लहरों पर बहती चली जा रही है। नाव में 40 से ज्यादा लोग सवार थे। इनमें 13 लोग तैरकर किसी तरह बचे हैं। 30 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। बचे लोगों की मानें तो लापता सभी लोग डूब गए हैं और उनके बचने की संभावना नहीं है।
गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे नाव में करीब 50 लोग सवार होकर फतेहपुर की ओर जा रहे थे। वीडियो फतेहपुर की तरफ से ही बनाया गया है। ऐसा लगता है कि जिस समय वीडियो बनाया जा रहा था, नाव में चीख पुकार मच चुकी थी। नाव से नियंत्रण पूरी तरह से हट चुका था। नाव डूबने के बाद तैर कर बचे फतेहपुर के आईजी गांव के अजमेष (30) ने बताया कि नाव डगमगाई तो सभी लोग सरकते हुए पानी के बहाव की दिशा में चले गए। इससे नाव एकाएक डूब गई। उसे तैरना आता था, इसलिए वह किसी तरह तेज बहाव में भी करीब 100 मीटर तैरकर बाहर निकल आया।
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बताया जाता है कि मर्का घाट से प्रतिदिन सैकड़ों लोग नाव से यमुना नदी पार कर फतेहपुर व प्रयागराज आते-जाते हैं। नाविक एक बार में नाव में 40-50 लोगों को एक ओर से दूसरी ओर ले जाते हैं। गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे नाव में करीब 50 लोग सवार होकर फतेहपुर की ओर जा रहे थे। पानी का बहाव तेज होने से नाव बीचधारा में अनियंत्रित होकर पलट गई और सभी सवार पानी में समा गए। कुछ लोग खुद तैरकर बचे तो कुछ नाव पर रखे ट्यूब और बांस से बचाए गए।
ग्रामीणों ने बताया कि 40 से कम लोग होने पर नाविक नाव नदी में नहीं उतारते हैं। जब तक सवारियां पूरी न हों, इंतजार करते हैं। आम दिनों में लोगों को एक-एक घंटा इंतजार करना पड़ता है। त्योहार में सवारियां अधिक होती हैं इसलिए इंतजार तो नहीं करना पड़ता लेकिन ज्यादा कमाई के लालच में नावों में सवारियां 50 से भी अधिक ठूंस लेते हैं।