304 करोड़ का निर्माणाधीन डैम फूटने का खतरा; वॉल से बहने लगा पानी; धार के 11 गांव खाली कराए

धार

धार में भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे डैम में लीकेज के बाद पानी का रिसाव बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार सुबह भारी मात्रा में बांध के एक तरफ की मिट्‌टी बह गई। मिट्‌टी से बनी डैम वॉल का बड़ा हिस्सा ढह गया। प्रशासन आसपास के 11 गांवों को खाली करा रहा है। इससे करीब 40 हजार लोग प्रभावित होंगे। डैम का पानी जिस नदी में जाएगा उस पर आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे-3 (AB रोड) का पुल है। हाईवे पर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए प्रशासन की टीम तैनात है। वाहनों की आवाजाही कम कर दी है। इससे जाम के हालात बन गए।

डैम का पानी कराया जा रहा खाली
डैम के पानी को प्रशासन की टीम खाली कराने में जुटी हुई है। इसके लिए बांध के साइड से एक नहर निकाली जा रही है। पानी निकलने से बांध टूटने की स्थिति में बाढ़ का खतरा नहीं रहेगा। अधिकारियों का कहना है कि बांध निर्माणाधीन है, इसमें बारिश के कारण पहले ही पानी भर जाने के कारण ये हालात बनी है। हालांकि अभी बांध के फूटने जैसी स्थिति नहीं है। डैम का पानी निकालने के लिए नहर बनाने के काम में 4 पोकलेन मशीने लगी हुई हैं।

मरम्मत का काम भी तेजी से जारी
इंदौर के साथ भोपाल से विशेषज्ञों की टीम डैम को देखने पहुंची। डैम के गेट खोलकर पानी निकालने की तैयारी की जा रही है। मरम्मत का काम भी तेजी से शुरू हो चुका है। फिलहाल बारिश रुकी हुई है। लेकिन अगले कुछ घंटों में बारिश होती है तो हालात बिगड़ सकते हैं। अगले 10 घंटे महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

4 साल से चल रहा डैम का काम
धार जिले में 304.44 करोड़ की लागत से कारम नदी पर डैम बनाया जा रहा है। कारम नदी परियोजना के लिए 4 साल से काम चल रहा है। डैम पूरी तरह बन जाने के बाद 52 गांवों में 10,500 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। बांध में शुक्रवार दोपहर से ही रिसाव शुरू हो गया था। तब से ही प्रशासन की टीम मौके पर है। आसपास के 11 गांवों में मुनादी कराकर लोगों को अलर्ट किया गया है। रिसाव अगर और बढ़ता है तो पानी गांवों तक पहुंच जाएगा। आसपास के रास्ते भी डूब जाएंगे।

इन गांवों में अलर्ट
डैम का जल संग्रहण क्षेत्र 183.83 वर्ग किमी है। बांध की लंबाई 564 मीटर और चौड़ाई 6 मीटर है। जल भरण क्षमता करीब 43-98 मीट्रिक घन मीटर रखी जाएगी। अधिकारियों ने निरीक्षण करने के बाद कोठीदा, भारुडपुरा, इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, डहीवर, लसनगांव व हनुमंतिया जैसे गांवों में प्रशासन की टीम तैनात है।

इंदौर से 78 किमी दूर ट्रैफिक रोका
खलघाट से इंदौर रोड आने और इस रास्ते से जाने वालों के लिए इंदौर से 78 किमी दूर ट्रैफिक रोक दिया गया है। निर्माणाधीन कोरवा डैम की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। लीकेज की वजह से हादसा न हो जाए, इसलिए प्रशासन ने दोनों ओर का ट्रैफिक रोक दिया है। सबसे ज्यादा स्थिति मानपुर घाट के आगे और खलघाट के बीच गुजरी ग्राम में है। इस वजह से दोनों ओर कई किमी लंबा जाम लग गया है। हजारों वाहन और परिवार फंस गए हैं।

कमलनाथ का सरकार पर निशाना
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- 304 करोड़ की इस योजना में शुरू से ही स्थानीय ग्रामीण और जनप्रतिनिधि घटिया निर्माण की शिकायत कर रहे थे। शिकायतों की अनदेखी की गई। सरकार से मांग है कि जांच दल गठित कर इसकी जांच कराई जाए।

जल संसाधन मंत्री बोले- कराएंगे जांच
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने दैनिक भास्कर से कहा- मैं खुद मौके पर पहुंच रहा हूं। डैम की दो स्तर पर जांच होगी। एक प्रशासनिक अधिकारियों की टीम जांच करेगी, दूसरी टीम में तकनीकी विशेषज्ञ इसकी गुणवत्ता और निर्माण कार्य की जांच करेंगे।

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