पटना
बिहार में नई सरकार में सीएम के रूप में जेडीयू के नीतीश कुमार तो उपमुख्यमंत्री के रूप में आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव शपथ ले चुके हैं. ऐसे में अब बिहार की नई कैबिनेट को लेकर मंथन जारी है. माना जा रहा है कि 16 अगस्त को नीतीश-तेजस्वी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हो सकता है. वहीं अब सरकार में शामिल सभी पार्टियों में विभागों को लेकर होड़ सी मची है.
जानकारी के मुताबिक जेडीयू ने आरजेडी के कोटे में 17 मंत्रालय देने का मन बना लिया है. तो दूसरी तरफ जेडीयू अपने पिछले सभी मंत्रियों को एक बार फिर पद देने का मन बना रही है. बताया जा रहा है कि आरजेडी ने कांग्रेस के लिए भी मंत्रिपद की मांग की है. आरजेडी ने कांग्रेस के लिए तकरीबन तीन से चार मंत्री पद मांगे हैं. ऐसे में बिहार में कांग्रेस के लिए यह खुशखबरी हो सकती है.
वहीं विधानसभा स्पीकर को लेकर भी माथापच्ची जारी है. माना जा रहा है कि आरजेडी विधानसभा स्पीकर का पद भी अपने पाले में रखना चाहती है. बता दें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन में इस बार छोटे-बड़े मिलाकर कुल सात दल शामिल हैं. वहीं सात दलों की ओर से 164 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी नीतीश कुमार ने राज्यपाल को मंगलवार को सौंपी थी.
जिसके बाद माना जा रहा है कि बिहार की नई कैबिनेट में विभागों के बंटवारे में खींचतान भी देखने को मिल सकती है. इसके अलावा जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर नाराज बताये जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ मंत्रियों की भी शपथ होनी चाहिए थी. मांझी अपने लिए दो मंत्रालय मांग रहे हैं.
बता दें कि नीतीश कुमार ने मंगलवार को बीजेपी से नाता तोड़कर महागठबंधन के साथ आने का ऐलान किया था. महागठबंधन में इस बार 7 पार्टियां शामिल हैं. बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं. यानी बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है. वहीं, नीतीश कुमार ने 164 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया है.