भारत को परिवारवाद और दोस्तवाद खा गया’, केजरीवाल ने किया ऋषि सुनक का जिक्र

नई दिल्ली,

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत को परिवारवाद और दोस्तवाद खा गया. अब ये नहीं चलेगा. दरअसल, उन्होंने शुक्रवार को ‘आजतक’ के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, “पूरी दुनिया दिल्ली मॉडल अपना रही है. पूरी दुनिया में दिल्ली का डंका बज रहा है. भारत को परिवारवाद और दोस्तवाद खा गया. अब ये नहीं चलेगा. अब परिवारवाद और दोस्तवाद खतम करके रहेंगे. अब भारत आगे बढ़ेगा. अब भारत रुकेगा नहीं. अब भारत दुनिया का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बन कर रहेगा. उनका यह ट्वीट ब्रिटेन में प्रधानमंत्री की रेस में आगे चल रहे ऋषि सुनक के उस वीडियो पर आया है जिसमें उन्होंने वादा किया है कि वह घरों के बिजली बिल पर करीब 200 पाउंड की कटौती करेंगे.

‘देश से परिवारवाद-दोस्तवाद खत्म करना है’
केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस वक्त ये सोचने की जरूरत है कि 75 साल में बहुत सारे देश हमसे आगे बढ़ गए, हमारा देश पीछे क्यों रह गया? हमारा देश परिवारवाद और दोस्तवाद की वजह से पीछे रह गया. एक पार्टी ऐसी है जिसने केवल और केवल एक परिवार के लिए काम किया. सारा सरकारी पैसा एक परिवार के लिए लुटा दिया. और दूसरी पार्टी ऐसी है जिसने केवल अपने दोस्तों के लिए काम किया. सारा पैसा अपने दोस्तों के लिए लुटा दिया. आज आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर हमें प्रण लेना पड़ेगा कि अब इस देश से परिवारवाद को खत्म करना है, दोस्तवाद खत्म करना है.

सिसोदियो ने निर्मला सीतारमण पर साधा निशाना
उधर, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने फ्री रेवड़ी पर गुरुवार को दिए गए निर्मला सीतारमण के बयान को लेकर वित्त मंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में वेलफेयर स्कीम्स को फ्री की रेवड़ी कहकर मजाक बनाने की राजनीति हो रही है. कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे लेकर देश को डराने की कोशिश की कि इससे देश बर्बाद हो जाएगा.

देश में गवर्नेंस के दो मॉडल- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में सीधे-सीधे गवर्नेंस के दो मॉडल दिख रहे हैं. एक मॉडल है, जिसमें सत्ता के लोग दोस्तों की मदद करते हैं, वो दोस्तवाद का मॉडल है. दोस्तों के लाखों करोड़ के टैक्स माफ होते हैं और उसे विकास कहा जाता है. दूसरा मॉडल है, जनता के टैक्स के पैसे का इस्तेमाल स्कूल, अस्पताल, मुफ्त बिजली के लिए किया जा रहा है, महिलाओं को फ्री बस यात्रा, बुर्जुगों को पेंशन दी जा रही है.

उन्होंने कहा कि पहले मॉडल में सत्ता में बैठे लोगों ने अपने दोस्तों के 6 लाख करोड़ के टैक्स और 10 लाख करोड़ के लोन माफ कर दिए. जबकि कोई किसान अगर लोन की किश्त नहीं चुका पाता है, तो दोस्तवादी मॉडल में उसकी जमीन, उसका घर कुर्क हो जाता है. ये लोग फ्री सरकारी शिक्षा में यकीन नहीं करते हैं, स्कूलों की हालत इतनी बदतर कर दो कि प्राइवेट स्कूलों में बच्चे जाएं, जो इनके दोस्तों के ही होते हैं और एक महीने की फीस नहीं देने पर स्कूल के दरवाजे उन बच्चों के लिए बंद हो जाते हैं.

‘विकसित देश फ्री एजुकेशन में यकीन रखते हैं’
सिसोदिया ने कहा कि निर्मला सीतारमण गूगल करके देख लें, दुनिया के सभी विकसित देश अपने बच्चों के फ्री एजुकेशन में यकीन रखते हैं. 39 देश फ्री एजुकेशन देते हैं. कनाडा, यूके, ब्राजील जैसे देश अपने लोगों को फ्री हेल्थ की सुविधा देते हैं. कई देशों में पीने का पानी फ्री होता है. ये सरकारें अपने नागरिकों पर फ्री में इन्वेस्टमेंट में यकीन रखती है, जबकि उसे हमारे यहां फ्री की रेवड़ी बोला जा रहा है. हमारा देश हर इंडेक्स में नीचे है. मैडम फाइनेंस मिनिस्टर BJP की सरकारें देख लें, यूपी में फिजिकल डेफिसिट 81 हजार करोड़ और गुजरात का 36 हजार करोड़ है. जबकि 7 साल से दिल्ली सरकार एजुकेशन, हेल्थ आदि में इन्वेस्टमेंट के बावजूद सरप्लस में चल रही है.

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