नई दिल्ली
ओमीक्रोन वैसे तो कोरोना वायरस का एक हल्का वेरिएंट माना जा रहा है लेकिन ये बहुत से लोगों में संक्रमण से ठीक होने के बाद भी परेशानियों का सबब बना हुआ है। इन लक्षणों में नींद नहीं आना या उसकी टाइमिंग में गड़बड़ी, गंध और स्वाद को महसूस करने में कमी, थकान और पेट दर्द से जुड़ी समस्याएं सबसे आम दिख रही हैं।
कोरोना वायरस का पिछला डेल्टा वेरिएंट ओमीक्रोन के मुकाबले बहुत घातक साबित हुआ था लेकिन मौजूदा वेरिएंट से संक्रमण के मामले में ठीक हो चुके मरीजों में तमाम स्वास्थ्य समस्याएं दिख रही हैं। PSRI हॉस्पिटल में क्रिटिकल केयर ऐंड स्लीप मेडिसिन के प्रमुख प्रोफेसर जी सी खिलनानी कहते हैं, ‘ओमीक्रोन हल्का है लेकिन पोस्ट-रिकवरी सिम्प्टम्स ज्यादा सता रहे हैं। हमने खून का थक्का जमने, नस जाम होने, पेट में गड़बड़ी, लूज मोशन और डायरिया जैसी समस्याएं देख रहे हैं।’
बहुत ज्यादा थकान, याददाश्त कमजोर होना, एकाग्रता में दिक्कत जैसी समस्याएं
प्रोफेसर खिलनानी ने बताया, ‘ज्यादातर मरीज बहुत ही ज्यादा थकान और कमजोरी की शिकायत कर रहे हैं। इसके अलावा किसी चीज को याद करने या कहीं ध्यान केंद्रित करने में उन्हें दिक्कत हो रही है।
वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके लोगों में समस्याएं कम
कुछ इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि ठीक हो जाने के बाद भी गंध और स्वाद को महसूस करने की उनकी क्षमता वापस नहीं आई है। हालांकि, ऐसे पोस्ट-कोविड लक्षण उन लोगों में कम हैं जो कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके हैं।’
पिछले के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा ओमीक्रोन का नया सबवेरिएंट BA 2.75
दिल्ली में जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान ओमीक्रोन के एक ने वेरिएंट BA 2.75 का पता चला है। दिल्ली का लोकनायक अस्पताल कोरोना वायरस के जीनोम सीक्वेंसिंग का भी केंद्र है। यहां 90 मरीजों के सैंपल लिए गए थे जिनमें सबसे ज्यादा मामले BA 2.75 के थे। इन सैंपलों को इसी हफ्ते जीनोम सीक्वेंसिंग और विश्लेषण के लिए भेजा गया था। ओमीक्रोन का ये नया सबवेरिएंट पहले वाले से ज्यादा तेजी से फैलता है। यही वजह है कि दिल्ली में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं और पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रही है।
दिल्ली में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, लगातार 9 दिन 2000+ केस
इंद्रप्रस्थ अपोल हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सुरनजीत चटर्जी के मुताबिक अभी नए सब-वेरिएंट के मामले में पोस्ट-रिकवरी जटिलताओं का पूरी तरह विश्लेषण नहीं हुआ है। चटर्जी कहते हैं, ‘अबतक, हमने देखा है कि इस सब-वेरिएंट से जो संक्रमित हो रहे हैं, उनमें पहले तेज बुखार नहीं दिख रहा है। इसके अलावा हम जनवरी के बाद बहुत सारी पोस्ट-कोविड जटिलताएं यानी संक्रमण से ठीक होने के बाद भी दिक्कतें देख रहे हैं।’ वह बताते हैं, ‘नए मामलों में मौजूदा उछाल हम करीब 10 दिनों से ही देख रहे हैं लिहाजा हमें यह जानने के लिए इंतजार करने की जरूरत है कि BA 2.75 वेरिएंट लोगों को किस तरह प्रभावित कर रहा है।’
6 महीने बाद दिल्ली में कोरोना से सबसे ज्यादा मौत
इस बीच दिल्ली में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में उछाल जारी है। गुरुवार को शहर में कोरोना के 2,726 नए मामले सामने आए जबकि 6 मरीजों की मौत हुई। पॉजिटिविटी रेट भी 14.4 प्रतिशत के उच्च स्तर पर है। दिल्ली में लगातार 9वें दिन कोरोना के 2000 से ज्यादा नए केस आए हैं। बुधवार को 8 मौतें हुई थीं जो पिछले करीब 180 दिनों यानी 6 महीने में सबसे ज्यादा थे। बुधवार को 2146 नए केस आए थे जबकि पॉजिटिविटी रेट 17.8 % थी। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार तक कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 19,78,266 हो चुके हैं जबकि इससे मरने वालों की कुल संख्या 26,357 हो चुकी है।